पिछले 8 सालों से नकली करेंसी छापकर बेचने वाले एक व्यक्ति को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गाजियाबाद के लोनी इलाके से गिरफ्तार किया है। पुलिस गिरफ्त में आए शख्स से पुलिस ने 6 लाख 72 हजार की नकली करेंसी भी बरामद की है।
चेन्नई का प्रशांत छापता था नकली नोट
पुलिस ने जानकारी दी कि आरोपी 100 रुपए के नकली नोट को 30 रुपए में बेचता था। पुलिस को उसके पास से 2 हजार, पांच सौ और 2 सो के नकली नोट मिले हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस गिरफ्तार में आया शख्स प्रशांत उर्फ विशाल चेन्नई का रहने वाला है।
ऐसे की नकली नोट छापने की शुरूआत
जानकारी के अनुसार प्रशांत उर्फ विशाल चेन्नई से दिल्ली साल 2013 में काम की तलाश में आया था। यहां विशाल ने एसी मैकेनिक के रूप में काम शुरू किया। लेकिन, साल 2015 में विशाल को गाजियाबाद की सिहानी गेट पुलिस ने चोरी की बाइक के साथ गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने विशाल को डासना जेल भेज दिया गया। डासना जेल में विशाल की मुलाकात अमित नाम के कैदी से हुई। अमित ने विशाल को जाली नोट छापना सिखाया, जिसके बाद विशाल ने जाली नोट छापना शुरू कर दिया। जाली नोट छापने के चक्कर में विशाल साल 2018 में गिरफ्तार भी हुआ था और करीब 2 साल तक विशाल जेल में रहा। जेल से बाहर आने के बाद विशाल ने गाजियाबाद के लोनी इलाके में सेटअप लगाया और जाली नोट छापना शुरू कर दिए।
2000 तक के नकली नोट छापता था प्रशांत
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के मुताबिक, उन्हें सूचना मिली थी कि कोई व्यक्ति जाली नोट के कारोबार से जुड़ा है और 500 से लेकर 2000 तक के नकली नोट भी छाप रहा है। इसके बाद पुलिस ने मुखबिरों को एक्टिव किया तो पता चला कि विशाल नाम का शख्स इस नेटवर्क को चला रहा है। इस दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि विशाल जाली नोट बेचने के लिए दिल्ली के इंद्रप्रस्थ पार्क के पास आने वाला है। पुलिस ने उस इलाके में निगरानी शुरू की और जैसे ही विशाल वहां पहुंचा तो उसे पकड़ लिया।
2 लाख के जाली नोट बरामद
विशाल के पास से पुलिस ने 500 और 2000 के करीब 2 लाख के जाली नोट बरामद किए हैं। इसके बाद पुलिस उसके ठिकाने पहुंची तो वहां का सेटअप देख दंग रह गई। पुलिस को विशाल के ठिकाने से 4 लाख 70 हजार के छपे हुए नकली नोट बरामद हुए। इसके अलावा पुलिस ने कागज, धागा और कलर बरामद किया है, इस मैटेरियल से विशाल पांच करोड़ के जाली नोट छाप सकता था। पुलिस के मुताबिक, विशाल इन जाली नोट को आगे 30 प्रतिशत की रकम में बेच देता था।