उत्तराखंड में आपातकाल में जेल जाने वाले लोकतंत्र सेनानियों की मृत्यु के बाद उनके आश्रितों को भी धामी सरकार पेंशन देने जा रही है। शासन ने इस संबंध में शासनादेश जारी कर दिए हैं।
आश्रितों को दी जाएगी पेंशन
बता दें कांग्रेस सरकार में आपातकालीन अवधि 25 जून 1975 से लेकर 21 मार्च 1977 के बीच जेल गए लोकतंत्र सेनानियों को पहले सरकार 16 हजार रुपए प्रतिमाह देती थी। जिसके बाद लोकतंत्र सेनानी सम्मान पेंशन की यह राशि बढ़ाकर अक्टूबर माह 2022 में 20 हजार कर दी गई थी।
शासन ने शासनादेश किए जारी
सरकार ने तय किया है कि लोकतंत्र सेनानियों की मृत्यु के बाद उनकी पत्नी या पति को भी इतनी ही राशि की लोकतंत्र सेनानी सम्मान पेंशन दी जाएगी। इसके लिए शासन ने शासनादेश जारी कर दिए हैं।