द केरला स्टोरी फिल्म के रिलीज होने से पहले ही इसको लेकर विवाद शुरू हो गए थे। फिल्म के रिलीज होने के बाद इस पर तरह-तरह के रिएक्शन सामने आ रहे हैं। इसी बीच कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य फिल्म देखने पहुंची। जिसे देखने के बाद उन्होंने कहा कि वो इस फिल्म को देखकर स्तब्ध हैं। द केरला स्टोरी को हर महाविद्यालय और विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम में दिखाया जाना चाहिए।
द केरला स्टोरी देखने पहुंची मंत्री रेखा आर्य
द केरला स्टोरी को लेकर तरह-तरह के रिएक्शन सामने आ रहे हैं। जहां विपक्ष इसे प्रोपेगेंडा बता रहा है तो वहीं कई राज्यों में इस फिल्म को टैक्स फ्री कर दिया गया है। जबकि पं. बंगाल में फिल्म को बैन कर दिया गया है।
उत्तराखंड में भी फिल्म को लेकर काफी चर्चाएं चल रही हैं। बीते दिनों सीएम धामी ने भी ये फिल्म देखी थी। अब कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य भी विभाग की अधिकारियों संग फिल्म को देखने पहुंची।
फिल्म देख सामने आया कैबिनेट मंत्री का रिएक्शन
फिल्म को देखने के बाद कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य का रिएक्शन भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि द केरला स्टोरी फिल्म समाज में जागरूकता का एक सशक्त माध्यम है। इस फिल्म को देख देश के युवा अपनी संस्कृति को समझ सकें और किसी ट्रैप में न फंसे इसलिए इस फिल्म को देश के हर महाविद्यालय और विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम में दिखाया जाना चाहिए।
द केरला स्टोरी समाज में जागरूकता का एक सशक्त माध्यम
द केरला स्टोरी देखने के बाद कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि ये सिर्फ एक फिल्म नहीं है बल्कि वर्तमान में स्थानीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने वाली घातक घटनाओं का स्वरूप है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ये फिल्म समाज में जागरूकता का एक सशक्त माध्यम है।
महिलाएं खुद को मानसिक रूप से करें मजबूत
फिल्म को देखने के बाद मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि उनका मानना है कि समाज में बेटियों एवं महिलाओं को इस तरह की स्थिति से निपटने के लिए बहुत ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है। महिलाएं ऐसे मुद्दे पर अगर समय रहते जागरूक होंगी तो खुद को और समाज को सुरक्षित कर आदर्श राष्ट्र के निर्माण में अपना सहयोग दे सकेंगी।
फिल्म को देखकर हैं स्तब्ध मंत्री रेखा आर्य
कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि द केरला स्टोरी को देखकर वह स्तब्ध हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमें बालिकाओं एवं महिलाओं को प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। किशोरियां एवं महिलाएं अपने को मानसिक रूप से मजबूत करें।