धर्मशाला, 09 अगस्त (हि.स.)। कांगड़ा जिला के दुर्गम क्षेत्र बड़ा भंगाल में फंसे पशु पालन विभाग की एक टीम के चार लोगों सहित गहरी खाई में फंसे एक व्यक्ति का बुधवार को वायु सेना की मदद से सफल रेस्क्यू किया गया है। सभी को उपचार के लिए टांडा अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
गौरतलब है कि बड़ा भंगाल में पशुओं के उपचार के लिए गई पशु पालन विभाग की टीम ने सेटलाइट फोन के माध्यम से जिला प्रशासन को स्वास्थ्य खराब होने तथा पुलियों के निर्माण में लगे व्यक्ति के खाई में गिरने से गंभीर रूप से घायल होने की सूचना प्रशासन को दी।
उपायुक्त कांगड़ा डाॅ. निपुण जिंदल ने बताया कि सूचना मिलते ही सरकार ने तत्काल प्रभाव से भारतीय वायु सेना से संपर्क साधा तथा बुधवार सुबह सहारनपुर से वायु सेना के दो चाॅपर कांगड़ा एयरपोर्ट से बड़ा भंगाल के लिए रवाना किए गए। उन्होंने बताया कि इस रेस्क्यू आपरेशन में सबको वहां से सुरक्षित कांगड़ा एयरपोर्ट पर पहुंचाया गया। उन्होंने बताया कि इसके पश्चात एयरपोर्ट से सभी को टांडा मेडिकल कालेज में उपचार के लिए भेज दिया गया है।
पशुओं में लंपी वायरस के उपचार के लिए बड़ा भंगाल गई थी वेटनरी टीम
बड़ा भंगाल में पशुओं में लंपी वायरस होने की सूचना मिलने पर पहली अगस्त को जिला प्रशासन ने वेटनरी की एक टीम जिसमें डाॅ सचिन सूद, फार्मासिस्ट विनय कुमार, कुलदीप कुमार तथा सहायक मदन कुमार को वाया चंबा रवाना किया।
उपायुक्त ने बताया कि इस टीम द्वारा चार अगस्त को बड़ा भंगाल में पशुओं का उपचार आरंभ किया गया। वेटनरी की टीम ने इस दौरान बड़ा भंगाल में लंपी वायरस से बचाव के लिए 170 पशुओं का टीकाकरण किया तथा लगभग 50 पशुओं का उपचार किया। उन्होंने बताया कि सात अगस्त शाम को पशु पालन विभाग की टीम ने सेटेलाइट के माध्यम से जिला प्रशासन को स्वास्थ्य खराब होने के बारे में सूचना दी। उन्होंने बताया कि टीम को वहां से सुरक्षित निकालने के लिए त्वरित प्रभाव से सरकार की ओर से वायु सेना से संपर्क साधा गया।
निर्माण कार्य के दौरान गंभीर रूप से चोटिल हुआ था हुकम सिंह
बड़ा भंगाल के रहने वाले 48 वर्षीय हुकम सिंह गांव में अस्थाई लकड़ी के पुल का निर्माण करने के दौरान उससे फिसल कर गिर गया, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं। इस बाबत वहां गई पशु चिकित्सकों की टीम ने सेटेलाइट फोन के माध्यम से जिला प्रशासन को तुरंत इस घटना से भी अवगत करवाया। स्थानीय लोगों ने हुकम सिंह को रेस्क्यू करने और उनके उपचार के लिए जिला प्रशासन से आग्रह किया था।
रेस्क्यू किए गए पशुपालन विभाग की टीम ने बड़ा भंगाल से एयरलिफ्ट कर गगल पहुंचाने पर आभार जताते हुए कहा कि राज्य सरकार ने आपदा के दौरान हर हिमाचलवासी का ख्याल रखा है इससे पहले भी चंद्रताल लेक तथा अन्य जगहों पर फंसे लोगों को सकुशल सुरक्षित निकाला है।