वाराणसी, 25 फरवरी (हि.स.)। भारतीय राष्ट्रीय युवा विज्ञान अकादमी एवं उन्नत भारत अभियान के सहयोग से ग्रामीण ऊर्जा प्रणालियों पर आधारित एक कार्यशाला का आयोजन शनिवार को किया गया। कार्यशाला में नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में नवीनतम तकनीकों, नवाचारों और ग्रामीण क्षेत्रों में उनके संभावित अनुप्रयोग पर मंथन किया गया। कार्यशाला में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (बीएचयू) से नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में विशेषज्ञ बायोकैमिकल विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. विशाल मिश्रा ने बतौर मुख्य वक्ता प्रतिभागियों के साथ अपने ज्ञान और अनुभव को साझा किया। लखनऊ स्थित बंसल इंजीनियरिंग कॉलेज के बायोटेक्नोलॉजी विभाग में आयोजित कार्यशाला में उन्नत भारत अभियान के तहत कालेज द्वारा गोद लिए गए गांवों के किसान भी शामिल हुए।
कार्यशाला में प्रोफेसर डॉ. विशाल मिश्रा ने ग्रामीण समुदायों की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में नवीकरणीय ऊर्जा के महत्व को बताया। उन्होंने सौर, पवन और बायोगैस ऊर्जा की क्षमता और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए उनकी उपयुक्तता पर प्रकाश डाला। जैव प्रौद्योगिकी विभाग के विभागाध्यक्ष और उन्नत भारत अभियान के समन्वयक डॉ. अनुपम सिंह ने कार्यशाला के परिणामों पर संतोष जताया। उन्होंने सतत विकास हासिल करने में नवीकरणीय ऊर्जा के महत्व पर जोर दिया और भविष्य में इस तरह की और पहल करने का आह्वान किया।
प्रोफेसर डॉ. विशाल मिश्रा ने बताया कि कार्यशाला का आयोजन उन्नत भारत अभियान कार्यक्रम के तहत किया गया था, जो उच्च शिक्षा संस्थानों के माध्यम से सतत ग्रामीण विकास मॉडल विकसित करने के उद्देश्य से भारत सरकार की एक प्रमुख पहल है। कार्यक्रम उच्च शिक्षा संस्थानों को तकनीकी और अन्य उपयुक्त हस्तक्षेप प्रदान करके ग्रामीण विकास में योगदान करने के लिए प्रोत्साहित करता है।