आदि कैलाश यात्रा में यात्रियों की मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही है। धारचूला के गर्बाधार में फिर से चट्टान दरक गई है। जिस कारण आदि कैलाश की यात्रा के लिए निकले तीसरे दल के यात्रियों को धारचूला में ही रोकना पड़ा।
गर्बाधार में चट्टान दरकने से रास्ता बंद
पिथौरागढ़ के धारचूला में सड़क चौड़ीकरण के दौरान गर्बाधार में चट्टान दरक गई है। जिस कारण आदि कैलाश की यात्रा पर निकले तीसरे दल को भी यहीं रोकना पड़ा। इसके साथ ही चीन सीमा से लगे गांवों में प्रवास पर जाने वाले ग्रामीणों कीभी सड़क बंद होने मुश्किलें बढ़ गई हैं।
सड़क बार-बार हो रही अवरूद्ध
बृहस्पतिवार रात से ही धारचूला-लिपुलेख सड़क बंद है। यहां पर बीआरओ द्वारा सड़क चौड़ीकरण का कार्य किया जा रहा है। आदि कैलाश यात्रा को देखते हुए डीएम ने सड़क सुचारु रखने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद भी बार-बार सड़क बंद हो जा रही है।
30 से 40 मीटर क्षेत्र में सड़क पूरी तरह हुई बंद
गर्बाधार में चट्टान दरकने से 30 से 40 मीटर क्षेत्र में सड़क पूरी तरह से बंद हो गई है। सड़क पर भारी मलबा और बोल्डर आ गए हैं। सड़क के बंद होने के कारण व्यास घाटी के सात गांवों के ग्रामीणों को प्रवास पर जाने में परेशानियां हो रही हैं। जिसके कारण ग्रामीणों ने सड़क जल्द से जल्द खोलने की मांग की है।
आदि कैलाश यात्रियों को धारचूला में ही रूकना पड़ा
शुक्रवार को आदि कैलाश यात्रा के तीसरे दल के सात यात्रियों को धारचूला से गुंजी पहुंचना था। लेकिन गर्बाधार में सड़क के बंद होने के कारण यात्रियों को धारचूला में ही रूकना पड़ा। सड़क बंद होने के कारण दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई है।