लंपी वायरस ने फिर उत्तराखंड में दस्तक दे दी है। कुमाऊं मंडल लंपी वायरस को लेकर अलर्ट जारी हो गया है। यूएसनगर जिले और यूपी सीमा से आने वाले जानवरों के लिए सीमाएं सील रहेंगी।
कुमाऊं में लंपी वायरस को लेकर अलर्ट जारी
लंपी वायरस ने एक बार फिर प्रदेश में चिंता बढ़ा दी है। कुमाऊं मंडल में लंपी वायरस का कहर दिखने लगा है। जिसके चलते कुमाऊं में अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही ऊधमसिंह नगर से आने वाले और उत्तर प्रदेश सीमा से आने वाले पशुओं के लिए सीमाएं सील रहेंगी।
लंपी वायरस से दूध उत्पादन में आई गिरावट
पशुओं को लंपी वायरस से बचाने के लिए वैक्सीन जरूरी है। जिले में लंपी वायरस से बचाव के लिए जिले में 18 हजार वैक्सीन पहुंच गई हैं। इस वायरस की चपेट में आने से दूध उत्पादन में भी गिरावट आ गई है।
नैनीताल में रोजाना औसतन 90 हजार लीटर दूध का उत्पादन होता है। लेकिन लंपी वायरस के कहर से यहां रोजाना करीब 1000 लीटर दूध के उत्पादन में गिरावट आई है। इसके साथ ही नैनीताल के ओखलकांडा में वायरस के कारण 27 गौवंशीय पशुओं की मौत हो चुकी है।
पशु रोग अनुसंधान ने किया सैंपलिंग टीम का गठन
चंपावत में लंपी वायरस का कहर बढ़ता ही जा रहा है। पशु चिकित्सकों की टीम ने जिले में 64 सैंपल इकट्ठा कर बरेली स्थित आईवीआरआई लैब के लिए भेज दिए हैं। इसके साथ ही शु रोग अनुसंधान प्रयोगशाला में सैंपलिंग टीम का गठन भी किया गया है।
जबकि पंतनगर यूनिवर्सिटी के शैक्षणिक डेयरी फार्म में बाहरी लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। मिली जानकारी के मुताबिक चंपावत में लंपी वायरस के कारण 71 मवेशी बीमार हैं।
30 पशुधन प्रसार अधिकारियों को पिथौरागढ़ पहुंचने के निर्देश
पिथौरागढ़ में लंपी वायरस ने अपना कहर बरपाया है। जिसके चलते लगातार पशु बिमार हो रहे हैं। इस से निजात पाने के लिए पशुपालन विभाग ने 30 पशुधन प्रसार अधिकारियों को यूएस नगर और नैनीताल से पिथौरागढ़ पहुंचने के निर्देश दिए हैं।