चारधाम यात्रा में यात्रियों परोसा जाना वाला खाना पैमानों पर खरा नहीं उतर पाया है। यानी की यात्रियों को यात्रा पड़ावों पर मिलावटी खाना परोसा जा रहा है। चार दिनों में रेस्टोरेंट और ढाबों में लिए गए 255 खाद्य पदार्थों के सैंपल में से 72 सैंपल फेल हो गए हैं।
चारधाम यात्रा पड़ावों पर यात्री खा रहे मिलावटी खाना
चारधाम यात्रा को लेकर सरकार चौकस नजर आ रही है। यात्रियों को किसी प्रकार की कोई दिक्कत ना हो इसके लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसी लिए सरकार द्वारा यात्रा मार्ग के पड़ावों पर मिलने वाले खाने की जांच कराई गई। जिसे नतीजे हैरान करने वाले हैं। रिपोर्ट के मुताबिक यात्रियों को मिलावटी खाना परोसा जा रहा है।
जांच में 72 सैंपल हुए फेल
चारधाम यात्रा मार्गों पर यात्रियो को बेहतर खाना मिले इसके लिए बीते चार दिनों में प्रदेश की मोबाइल खाद्य विश्लेषणशाला में ऋषिकेश से श्रीनगर तक रेस्टोरेंट और ढाबों से 255 खाद्य पदार्थों के सैंपल जांच के लिए गए।
जिसमें से जांच रिपोर्ट में 72 सैंपल मानकों के विरूद्ध पाए गए हैं। खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन आयुक्त को इसकी रिपोर्ट भेज दी गई है।
खाने की क्वालिटी की श्रद्धालुओं की मिलती रहती है शिकायत
चारधाम यात्रा की शुरूआत हो चुकी है। जिसके बाद से ही देवभूमि में देश के हर कोने से तीर्थयात्री दर्शनों के लिए आ रहे हैं। यात्रा के दौरान तीर्थयात्री यात्रा पड़ावों पर ही भोजन करते हैं।
जिसको लेकर अक्सर श्रद्धालुओं की रेस्टारेंट, होटल, ढाबों में खाने की गुणवत्ता को लेकर शिकायत मिलती रहती है। जिसके बाद इस पर एक्शन लेते हुए खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ने चारधाम यात्रा के दौरान खाद्य पदार्थों की जांच करवाई है।
चारधाम यात्रा में पहली बार हो रही फूड टेस्टिंग
चारधाम यात्रा के दौरान पहली बार राज्य में फूड टेस्टिंग करवाई जा रही है। ये जांच खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा करवाई जा रही है।
ये जांच देहरादून, रुद्रपयाग, पौड़ी, हरिद्वार, टिहरी, उत्तरकाशी, चमोली जिलों के पड़ावों में पड़ने वाले होटल में की जा रही है। नौ मई को रुद्रपुर स्थित राज्य खाद्य एवं औषधि विश्लेषणशाला से मोबाइल खाद्य विश्लेषण वैन को चारधाम यात्रा के लिए रवाना किया था।