बैंगन में ऐसे कई पोषक तत्व होते हैं। जो शरीर के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। बैंगन एनीमिया की समस्या समेत खराब कोलेस्ट्रॉल को भी नियंत्रित रखता है।
विशेषज्ञों के अनुसार बैंगन में विटामिन-ए, विटामिन-सी के साथ-साथ बी-कैरोटीन और पॉलीफेनोलिक यौगिक होते हैं। इन तत्वों की उपस्थिति के कारण, बैंगन में शक्तिशाली कार्डियो सुरक्षात्मक प्रभाव होता है। इसलिए, इसे हृदय स्वास्थ्य के लिए एक बेहतरीन विकल्प के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
बैंगन का सेवन याददाश्त बढ़ाने में भी मददगार होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि आयरन, जिंक, फोलेट और विटामिन ए, बी और सी मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माने जाते हैं, जो बैंगन में भी पाए जाते हैं। अतः कहा जा सकता है कि बैंगन का सेवन मनुष्य में प्रसन्नता की भावना जगाने का कार्य करता है। यह ब्रेन फंक्शन को बढ़ाने में भी मददगार माना जाता है। इंसान की याददाश्त दिमाग की कार्यक्षमता पर निर्भर करती है इसलिए बैंगन के गुण याददाश्त बढ़ाने में भी मददगार माने जा सकते हैं।
बैंगन के फायदों में से एक यह है कि अगर आप धूम्रपान छोड़ना चाहते हैं तो यह आपकी मदद कर सकता है। हालांकि, इस पर इतने कम शोध हुए हैं कि यह निश्चित रूप से कहना मुश्किल है कि यह कितना प्रभावी हो सकता है। 100 ग्राम बैंगन में करीब 0.01 मिलीग्राम निकोटिन होता है। हालाँकि धूम्रपान करने वालों के लिए निकोटीन की यह मात्रा बहुत कम है, लेकिन अगर आपने धूम्रपान छोड़ने का मन बना लिया है, तो यह आपकी थोड़ी मदद कर सकता है।
बैंगन खाने के फायदे पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में काफी मददगार साबित होते हैं. इस संबंध में कई खाद्य पदार्थों पर किए गए शोध में यह बात सामने आई है कि भाप से पकाने वाला बैंगन पाचक रसों को प्रेरित करने का काम करता है। पाचन रस भोजन को पचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसलिए ऐसा कहा जा सकता है कि बैंगन का इस्तेमाल पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में मददगार साबित हो सकता है।
बैंगन खाने के फायदे कैंसर की समस्या में भी देखे जाते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इसमें एंथोसायनिन नाम का एक खास तत्व होता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, एंथोसायनिन कैंसर कोशिकाओं के प्रभाव को कम करने का काम कर सकता है (9)। इसलिए ऐसा कहा जा सकता है कि कैंसर से पीड़ित लोगों के लिए बैंगन का इस्तेमाल काफी हद तक फायदेमंद हो सकता है।
बैंगन को शरीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में भी मददगार माना जाता है। विटामिन (ए, सी, डी, ई, बी-2, बी-6, बी-12), फोलिक एसिड, आयरन, सेलेनियम और जिंक रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। बैंगन में विटामिन ए, सी, ई, बी-2, बी-6 के साथ ही आयरन और जिंक होता है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का काम करता है। इसी वजह से बैंगन का सेवन शरीर को रोगों से लड़ने की क्षमता प्रदान करने में सहायक माना जाता है।
एनीमिया की समस्या मुख्य रूप से आयरन और फोलेट के साथ-साथ विटामिन बी-12 की कमी के कारण भी हो सकती है, जबकि बैंगन में फोलेट और आयरन दोनों ही मौजूद होते हैं, इसी वजह से माना जाता है कि बैंगन के औषधीय गुण जोखिम को कम करने में भी मददगार साबित हो सकते हैं एनीमिया का।