शादी बिहार का मौसम चल रहा है और ऐसे में कई तरह के वीडियो वायरल होता रहता है. भारत को विभिन्न गांवों का देश कहा जाता है और यहां पर अलग-अलग क्षेत्र संप्रदाय के लोग रहते हैं और अलग-अलग नियम को मानते हैं. भारत की शादियों में एक से बढ़कर एक रात में निभाई जाती है.
वैसे तो आधुनिकता के साथ भारत के कई नियमों में बदलाव हो गया है. आपको बता दें कि आधुनिकता के इस दौर में कुछ रसम आज भी पीढ़ी दर पीढ़ी चले आ रहे हैं. आपने अक्सर ऐसा देखा होगा कि शादी में सालियों के द्वारा जीजा के जूते चुरा लिया जाते हैं उसके बाद दूल्हे से इसके लिए पैसे मांगे जाते हैं.
शादी में जूता क्यों चुराती है सालिया?जानिए कैसे और कहां से शुरू हुआ यह रिवाज
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देखा जाता है कि जब शादी करने के लिए जूते चप्पल बाहर निकालकर नंगे पैर जाया जाता है ऐसे में शादी करने के लिए दूल्हा मंडप में बैठता है तो वह अपना जूता बाहर निकाल कर रख देता है. इस दौरान दुल्हन की बहन है या नहीं तालियां उसके जूते चुरा लेती है.
शादी में जूता क्यों चुराती है सालिया?जानिए कैसे और कहां से शुरू हुआ यह रिवाज
शादी में साड़ियों के द्वारा जूते चुराने के रसम को विशेष महत्व दिया जाता है. अब तो बता दे कि जूते के बदले दूल्हे से पैसे या फिर महंगे गिफ्ट की डिमांड किया जाता है और जब तक डिमांड पूरा नहीं होता है जीजा को साली जूता नहीं लौट आती है.
शादी में जूते चुराने की सबसे बड़ी वजह के बारे में बताएं तो ऐसा कहा जाता है कि किसी भी इंसान के जूते उसके सारे रहस्य खोल देते हैं. ऐसे में जूता चुरा कर सारे रहस्य यानी दूल्हे की प्रेस नाइटी के बारे में दुल्हन जाने की कोशिश करती है. ऐसा माना जाता है कि बेटी की शादी होती है तो घर में थोड़ा दुख का माहौल हो जाता है. इस दुख के माहौल को खुशी में बदलने के लिए जूते चुराई जाते हैं.