1 हफ्ते से रोज गिर रहा है ये धाकड़ स्टॉक, जानिए क्या करे निवेशक, 315 रुपए से फिसल कर आया 269 रूपये पर अनिल अग्रवाल की मल्टी नेशनल माइनिंग एंड मेटल कंपनी वेदांता लिमिटेड के शेयरों में लगातार आठवें कारोबारी सत्र में गिरावट दर्ज की गई. यह स्टॉक पांच महीने के निचले स्तर पर है. NSE की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, आखिरी बार 16 फरवरी को यह स्टॉक हरे निशान में बंद हुआ था. उसके बाद 315 रुपए का स्टॉक फिसल कर 269 रुपए पर बंद हुआ. इस तरह इसमें 15% से ज्यादा की गिरावट आई है. निवेशकों में घबराहट हो रही है. आइए जानते हैं कि इस गिरावट के क्या कारण हैं और निवेशकों को क्या करना चाहिए.
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कंपनी पर कर्ज का भारी बोझ Heavy debt burden on the company
1 हफ्ते से रोज गिर रहा है ये धाकड़ स्टॉक, जानिए क्या करे निवेशक, 315 रुपए से फिसल कर आया 269 रूपये पर जी बिजनेस के ऐनालिस्ट आशीष चतुर्वेदी ने कहा कि कंपनी पर कर्ज का बहुत भारी बोझ है. कंपनी के बॉन्ड्स में बीते तीन दिनों में बड़ी गिरावट आई है. बॉन्ड्स तीन दिनों में 10 फीसदी से ज्यादा लुढ़क गए हैं, जिसके कारण निवेशकों में हड़कंप मचा हुआ है. वेदांता लिमिटेड की पैरेंट कंपनी वेदांता रिसोर्सेज पर 8 बिलियन डॉलर यानी 65 हजार करोड़ रुपए के करीब कर्ज है.
इंटरनेशनल जिंक बिजनेस डील में देरी से होगा नुकसान Delay in international zinc business deal will cause loss
एक और खबर कंपनी के लिए अच्छी नहीं है. पिछले दिनों वेदांता लिमिटेड ने स्कीम ऑफ अरेंजमेंट्स के तहत जिंक बिजनेस को ग्रुप की सब्सिडियरी कंपनी हिंदुस्तान जिंक को ट्रांसफर करने का ऐलान किया था. हिंदुस्तान जिंक कैश रिच है और वेदांता लिमिटेड को इस ट्रांजैक्शन से करीब 25 हजार करोड़ रुपए मिलते. कई रिपोर्ट्स के मुताबिक, सरकार इस डील को खारिज कर सकती है. इसका भी स्टॉक पर निगेटिव सेंटिमेंट गया है. 1 हफ्ते से रोज गिर रहा है ये धाकड़ स्टॉक, जानिए क्या करे निवेशक, 315 रुपए से फिसल कर आया 269 रूपये पर
वैल्युएशन के हिसाब से सस्ता है स्टॉक Stock is cheap as per valuation
ऐनालिस्ट ने बताया कि वैल्युएशन के हिसाब से वेदांता लिमिटेड का स्टॉक सस्ता है. 1 हफ्ते से रोज गिर रहा है ये धाकड़ स्टॉक, जानिए क्या करे निवेशक, 315 रुपए से फिसल कर आया 269 रूपये पर कंपनी के हिंदुस्तान जिंक से डिविडेंड के रूप में मोटी कमाई होती है, जिसके कारण कैश फ्लो की भी समस्या नहीं है. हालांकि, मेटल्स की कीमत में गिरावट और बॉन्ड में गिरावट के कारण फिलहाल स्टॉक पर दबाव बना हुआ है.
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रेटिंग घटने का डर fear of downgrade
1 हफ्ते से रोज गिर रहा है ये धाकड़ स्टॉक, जानिए क्या करे निवेशक, 315 रुपए से फिसल कर आया 269 रूपये पर S&P Global Ratings ने अपनी हालिया रिपोर्ट में कहा कि अगर वेदांता लिमिटेड की पैरेंट कंपनी वेदांता रिसोर्सेस 2 बिलियन डॉलर का फंड रेजिंग करने में अक्षम होती है या फिर इंटरनेशनल जिंक बिजनेस को हिंदुस्तान जिंक को बेचने में असफल होती है तो इसकी रेटिंग घटाई जा सकती है. कंपनी के जून 2023 तक कम से कम 500 मिलियन डॉलर यानी 4000 करोड़ रुपए से ज्यादा का फंड इकट्ठा करना होगा. यह ग्रुप की मिनिमम देनदारी है.