भारत में IT Industry हर साल तेजी से बढ़ रही हैं. साल 2020 में आईटी इंडस्ट्री में भारत के सकल घरेलू उत्पाद यानी GDP का 8 प्रतिशत हिस्सा था. जब इंडस्ट्री की सफलता के बारे में बात होती है तो इन कंपनियों के भारत के CEO’s की भूमिका मायने रखती है. इंडिया में सबसे बड़ी आईटी कंपनियों की लिस्ट में Tata Consultancy Services, Infosys , HCL और Wipro शामिल हैं. इतनी बड़ी कंपनियों को संभालना एक बहुत बड़ा और जिम्मेवारी वाला काम है. आइए आपको बताते हैं कि पिछले साल टीसीएस, एचसीएल, टेक महिंद्रा, इंफोसिस और विप्रो के सीईओ ने कितने पैसे कमाएं हैं.
C Vijayakumar: एचसीएल टेक्नोलॉजी
एचसीएल कंपनी ने हाल ही में अपनी वार्षिक रिपोर्ट में खुलासा किया है कि कंपनी ने पिछले साल अपने CEO सी. विजयकुमार को 123 करोड़ रुपये की पेमेंट की है, जो उन्हें आईटी सेक्टर में सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाला भारतीय सीईओ बनाता है. वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक,इन्हें बेसिक सैलरी के रूप में 2 मिलियन डॉलर लगभग 15 करोड़ रुपये और वेरिएबल पेमेंट के रूप में 2 मिलियन डॉलर की पेमेंट की गई है. आपको बता दें कि विजय कुमार ने एचसीएल को 1994 में ज्वाइन किया था.
Salil-Parekh: इंफोसिस
इंडिया के आईटी सेक्टर में Salil-Parekh तीसरे नंबर पर सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले सीईओ हैं. इंफोसिस की वार्षिक रिपोर्ट के हिसाब से, साल 2022 में पारेख की सैलरी 43 प्रतिशत बढ़कर 71.02 करोड़ रुपये हो गई. इस आंकड़े में पहले दिए गए RSU प्रतिबंधित यूनिट्स स्टॉक से 52.33 करोड़ रुपये शामिल थे. कुछ महीने पहले आईटी फर्म द्वारा इनकी सैलरी बढ़ाकर 79.75 करोड़ रुपये कर दी गई थी.
CP-Gurnani: टेक महिंद्रा
साल 2012 से टेक महिंद्रा के टॉप पर रहे CP-Gurnani को पिछले साल 63.4 करोड़ रुपये सैलरी के रूप में दिए गए थे. टेक महिंद्रा की वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक कुल सैलरी अमाउंट में, स्टॉक कंपनसेशन और एक साल के लिए नौकरी के बाद के फायदे शामिल हैं. 30 साल से ज्यादा के करियर में, गुरनानी ने एचसीएल, एचपी लिमिटेड और पेरोट सिस्टम्स इंडिया लिमिटेड के साथ कई पोस्ट्स पर काम किया हुआ है.
Rajesh-Gopinathan: टीसीएस
TCS के सीईओ Rajesh-Gopinathan को इस साल 25.75 करोड़ रुपये सैलरी के रूप में दिए गए हैं.ये पिछले साल से 27 प्रतिशत ज्यादा है. कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक, गोपीनाथन को सैलरी के रूप में 1.5 करोड़ रुपये मिलें हैं, जबकि बैनेफिट और अलाउंसेस 2.25 करोड़ रुपये थे और कमीशन प्रोफिट से 22 करोड़ रुपये था.