Disadvantages of Technology: टेक्नोलॉजी ने हमारी लाइफ को आसान और बेहतर बना दिया है लेकिन अगर टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल सही तरीके से न किया जाए तो इसका रिजल्ट भयानक हो सकता हैं. आज के समय में ज्यादातर यूजर्स अपना समय टेक्नोलॉजी के बीच ज्यादा बिताते हैं. ऐसे में यूजर्स पर इसका बुरा असर पड़ रहा है. इसका सबसे ज्यादा इफेक्ट बच्चों पर देखा जा सकता है. टेक्नोलॉजी का असर बच्चों के फ्यूचर पर भी पड़ रहा है. टेक्नोलॉजी हमारे विकास के लिए काफी जरूरी है लेकिन ये तभी फायदेमंद हो सकती है जब इसे सही तरीके से इस्तेमाल किया जाए. ऐसे में पैरेंट्स के लिए जरूरी हैं कि वे टेक्नोलॉजी का असर अपने बच्चों के ऊपर ज्यादा न पड़ने दें.
वो इस बात का ध्यान रखें कि बच्चों को टेक्नोलॉजी की बूरी आदत न लगे. ऐसे में अगर आपका बच्चा भी स्मार्ट गैजेट को काफी यूज करता है तो आज हम आपको बताएंगे कि आप कैसे अपने बच्चों को टेक्नोलॉजी के प्रकोप से बचा सकते हैं.
बच्चों को सोशल मीडिया से दूर रखें
पैरेंट्स को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उनके बच्चों सोशल मीडिया से दूर रहें. सोशल मीडिया आसानी से बच्चों की सोच और व्यवहार को बदल सकता है. बच्चे ज्यादा समय सोशल मीडिया पर बिताते हैं तो काफी सारी ऐसी आदत सीख लेतें है जो उनकी उम्र के बच्चों के लिे सही नही होती हैं.ऐसे में पैरेंट्स को हमेशा अपने बच्चों पर नजर रखनी चाहिए कि आखिर उनके बच्चे इतनी देर से फोन में क्या कर रहे हैं या क्या नहीं. सोशल मीडिया की बूरी आदत की वजह से बच्चों की हैल्थ पर भी इसका बुरा असर देखने को मिल रहा है. सोशल मीडिया से बच्चों की मेंटल हैल्थ पर भी इसका असर पड़ रहा है.
इंटरनेट और स्मार्टफोन कम यूज करें
आज के टाइम में इंटरनेट का इस्तेमाल काफी बढ़ गया है.ऐसे में बच्चें थोड़ा फ्री होने पर बच्चे मोबाइल पर सोशल मीडिया, मैसेजिंग एप्स और ब्राउजिंग में लग हो जाते हैं. ऐसे में इसका बूरा असर बच्चों की पढ़ाई पर भी पढ़ सकता हैं. बच्चे इंटरनेट के माध्यम से पढ़ाई करने की बजाय गेम्स और चैटिंग करने में ज्यादा इस्तेमाल करते हैं. ऐसे में पेरेंट्स को अपने बच्चों की ऐक्टिविटिज पर नजर रखनी चाहिए.
ज्यादा देर टीवी देखने से रोकें
आजकल बच्चे पूरा दिन टीवी देखना पसंद करते हैं. पैरेंट्स अपने बच्चों को घर से बाहर खेलने नहीं भेजते हैं. ऐसे में बच्चे लगातार टीवी देखते रहते हैं. टीवी स्क्रीन से बच्चों की आंखों पर बूरा असर पड़ता है. टीवी देखने और कंप्यूटर में गेम खेलने से उनका हैल्थ डेवलपमेंट नहीं हो पाता है.ऐसे में पैरेंट्स को टाइम टेबल के अनुसार अपने बच्चों को बाहर खेलने के लिए भी भेजना चाहिए ताकि बच्चें हैल्थी और एक्टिव रहें.