ग्रीष्मकालीन सुस्ती: गर्मी के मौसम में हम अक्सर शारीरिक रूप से बहुत थक जाते हैं। कई मामलों में हर समय बेचैनी का अहसास होता है। काम करने में आनाकानी, थोड़े प्रयास से थकान, ये समस्याएं कमोबेश सभी को देखने को मिलती हैं। गर्मी बहुत देर नहीं हुई है। चैत्र का आधिपत्य एक दायित्व बन गया। बैसाख में कुदरत क्या करवट लेगी, इस बात से हर कोई हैरत में है। मौसम विभाग पहले ही लू की चेतावनी जारी कर चुका है। अगले सप्ताह दक्षिण बंगाल के कई जिलों में लू चलने की संभावना है । पारा 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। तापमान अभी और बढ़ सकता है।
आलसी गर्मी के दिन को बिताने के लिए क्या करें
- निर्जलीकरण को रोकने के लिए पानी का पर्याप्त सेवन – पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करना चाहिए। गर्मी के मौसम में शरीर में पानी की कमी हो जाती है। पानी की कमी नहीं होने देनी चाहिए।
- बाहर जाते समय थोड़ी अतिरिक्त सावधानी – गर्मी के दिनों में जितना हो सके धूप या धूप से दूर रहें। घर से बाहर निकलते समय छाता, टोपी, दुपट्टा का प्रयोग अवश्य करें। सूर्य के संपर्क में जितना कम हो उतना अच्छा है। क्योंकि तब लू लगने की आशंका से बचा जा सकता है।
- खाने-पीने में सावधानी बरतें- भारी भोजन न करें। यानी तेल मसाले वाला पेटू खाना न ही खाएं तो बेहतर है। क्योंकि इस भारी भोजन को पचने में समय लगता है। नतीजतन, शरीर अस्थिर दिखता है। हांफने की स्थिति होती है। हांफने की थोड़ी प्रवृत्ति है।
- शरीर को ठंडा रखने के लिए प्राकृतिक पेय पर निर्भर रहें – पानी के अलावा, आप बोतलबंद पानी, विभिन्न फलों के रस आदि जैसे विभिन्न प्रकार के पेय ले सकते हैं। कोल्ड ड्रिंक से परहेज करना आपकी सेहत के लिए अच्छा है।
- पर्याप्त मात्रा में नींद – पर्याप्त नींद बहुत जरूरी है। रात को सात से आठ घंटे सोना चाहिए। ठीक से नींद न आने पर शरीर में दिन भर थकान बनी रहती है, कंपकंपी सी महसूस होती है।
- भारी शारीरिक व्यायाम न करना ही बेहतर है – जो लोग नियमित रूप से व्यायाम करते हैं, जिम जाते हैं, घर पर ही कसरत करते हैं या योगाभ्यास करते हैं, वे गर्मी के दिनों में थोड़ा हल्का व्यायाम कर सकते हैं। इससे शरीर भी सक्रिय रहेगा और आपको व्यायाम का लाभ मिलेगा।
- पर्याप्त आराम – गर्मी के मौसम में स्वस्थ रहने के लिए उचित आराम भी आवश्यक है। इसलिए समय हो तो घर से ही आराम कर लें।