सोने-चाँदी के दाम में बिकता है केसर, किसान केसर की खेती कर कमा सकते है लाखो में मुनाफा, यह केसर बहुत ही कीमती होती है। जो की लाखो में इसको बेचा जाता है। केसर की कीमत सोने चांदी की कीमत में होता है। यह ज्यादातर हिमाचल में इसकी केटी की जाती है। यह फूल के अंदर उगने वाले की मसाला बनाने वाली केसर है। इसका बीज 15 साल तक चलता है।
केसर (Saffron) को धरती का सोना कहा जाता है. यह दुनिया का सबसे महंगा मसाला है. यह सोना और चांदी जैसा कीमती होता है. बाजार में एक किलोग्राम केसर की कीमत 3,00,000 रुपये से भी ज्यादा है. केसर की खेती मुख्य रूप जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में की जाती है लेकिन कृषि वैज्ञानिकों की कड़ी मेहनत और खोज से केसर की खेती अब मैदानी इलाकों में भी संभव हो सका है. हालांकि, इसके लिए तापमान को नियंत्रित करने की जरूरत होती है।
जानिए केसर की फसल लगाने का सही समय
केसर की फसल लगने का सही समय जुलाई से अगस्त है लेकिन मध्य जुलाई का समय सबसे बेहतर होता है. केसर की खेती (Saffron Farming) कंद से की जाती है. कंद लगाते वक्त ध्यान रखे की कंद को लगाने के लिए 6 या 7 सेंटीमीटर का गड्ढ़ा करें और दो कंद के बिच की दूरी लगभग 1 सेंटीमीटर रखें. इससे पौधों अच्छे से फलेगी फूलेगी और पराग भी अच्छे मात्रा में निकलेगा. कंद लगाने के बाद 15 दिन में हल्की तीन सिंचाई की जरूरत होती है. यह 3 से 4 महीने की फसल है. धूप कम से कम 8 घंटा चाहिए। अधिक ठंड में यह पौधा सूख जाता है. इसकी खेती में सड़ा गोबर का खाद उपयुक्त होता है. औषधीय गुण में कोई कमी नहीं होती है।
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जानिए केसर की फसल काटने का सही समय
एक हेक्टेयर में 1.5 किलोग्राम से 2 किलोग्राम सूखे फूल मिलता है जो केसर (Saffron) कहलाता है. पौधा अक्टूबर में फूलना शुरू कर देता है. फूल सुबह में खिलते हैं और दिन बढ़ने पर मुरझा जाते हैं. केसर की कटाई के बारे में अधिक विशिष्ट होने के लिए, केसर के फूलों को सूर्योदय से सुबह 10 बजे के बीच तोड़ना चाहिए।
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जानिए 1 हेक्टेयर में केसर की खेती में लगने वाली लागत के बारे में
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार केसर की खेती में एक हेक्टेयर में करीब 1,80,000 रुपये की लागत आती है. दूसरे साल किसान को खेती में मजदूरी की लागत लगती है, क्योंकि रोपाई के लिए कंद होता है. एक बार रोपाई करने के बाद किसान दूसरे साल भी केसर के फसल की उपज ले सकते हैं. कश्मीरी केस की कीमत 3 से 5 लाख रुपये प्रति किलो होती है।