इस घटनाक्रम की निगरानी कर रहे मुख्यमंत्री ने इसे एक दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद घटना बताया, जिसने श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी में आस्था रखने वाले हर व्यक्ति का दिल तोड़ दिया है। उन्होंने लोगों से संयम बरतने की अपील की और कहा कि ऐसी जघन्य घटना को अंजाम देने वाले दोषियों के खिलाफ अनुकरणीय कार्रवाई की जाएगी. भगवंत मान ने कहा कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी प्रत्येक व्यक्ति के लिए सर्वोच्च हैं और किसी को भी राज्य की शांति और शांति को भंग करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा- वह पहले से ही डीजीपी हैं इस मामले की जांच में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं, ताकि आरोपी को कानून के मुताबिक सजा दी जा सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश के कोने-कोने में पुलिस ने चौकसी बढ़ा दी है. भगवंत मान ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जो कोई भी इस तरह की कार्रवाई से राज्य की कानून व्यवस्था को भंग करने की कोशिश करेगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए लोगों से पूर्ण सहयोग की मांग करते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पंजाब को एक प्रगतिशील, शांतिपूर्ण और समृद्ध राज्य बनाने के लिए आपसी सद्भाव, शांति और भाईचारे के बंधन को मजबूत करने में सक्रिय भूमिका निभाने की अपील की.