सागर नरसिंहपुर राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर सोमवार को सुबह सड़क हादसे में राम मंदिर निर्माण में 1.11 करोड रुपए देने वाले संत कनक बिहारी दास का निधन हो गया. बता दें कि इस हादसे में उनके शिष्य रघुवंशी की भी निधन हो गई है. ड्राइवर रूपलाल गंभीर रूप से घायल हो गए हैं.
राम मंदिर निर्माण में 1 करोड़ का दान देने वाले महंत कनक बिहारी महाराज का सड़क हादसे में निधन,शिवराज सरकार ने जताया शोक
Also Read:तपती गर्मी से मिलेगी राहत, MP सहित भारत के इन राज्यों में 24 घंटे के अंदर होगी झमाझम बारिश
आपको बता दें कि वह अपनी गाड़ी से अशोकनगर से छिंदवाड़ा जाने के लिए निकले थे. इसी दौरान ग्राम सकरी के पास दो पहिया वाहन को बचाने के प्रयास में उनकी गाड़ी डिवाइडर से टकरा गई और पलट गई.
राम मंदिर निर्माण में 1 करोड़ रुपए का दान देने वाले महंत कनक बिहारी महाराज का सड़क हादसे में निधन,शिवराज सरकार ने जताया शोक
इस दुर्घटना के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत कई बड़े नेताओं ने ट्वीट कर कर दुख जताया है. आपको बता दें कि घायल ड्राइवर रूपलाल को इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया गया है. आपको बता दें कि संत कनक बिहारी महाराज पर रघुवंशी समाज के लोगों की विशेष आस्था थी.जैसे ही लोगों को पता चला वह तुरंत बरमान पहुंच गए और मंगलवार की शाम को महाराज जी का अंतिम संस्कार होगा.
बरमान चौकी प्रभारी संजय सूर्यवंशी ने जानकारी दिया कि संत कनक बिहारी और विश्राम रघुवंशी की मौके पर ही मौत हो गई है. ड्राइवर गंभीर रूप से घायल है और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
11 साल की उम्र में छोड़ दिया था घर –
भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड में सदस्य और कनक बिहारी दास महाराज के भतीजे राम रघुवंशी ने जानकारी दिया कि महाराज जी पांच भाइयों में सबसे छोटे थे. उनकी भगवान में बहुत ज्यादा आस्था थी यही बात थी कि 11 साल की उम्र में उन्होंने घर छोड़ दिया.
उनके भतीजे ने बताया कि महाराज जी भगवान की भक्ति और समाज कल्याण में लगे रहते थे. उन्होंने पढ़ लिया था कि राम मंदिर निर्माण में 111 करोड रुपए रघुवंशी समाज की तरफ से दान करेंगे. अचानक महाराज जी का चले जाना सबको बहुत ज्यादा दुख दे गया है.
संत कनक बिहारी दास महाराज ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए रघुवंशी समाज से 111 करोड रुपए जमा करने का संकल्प लिए थे और यह प्रयास कर रहे थे. सन 2021 में उन्होंने राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय को एक करोड़ एक ग्यारह लाख रुपए का चेक दिया था.