शीतलाष्टमी का त्यौहार हिंदू धर्म में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है.हिंदू धर्म में चैत्र मास की कृष्ण पक्ष की सप्तमी अष्टमी को शीतला पूजा का विशेष महत्व है. इस त्यौहार को बसोड़ा के नाम से भी जाना जाता है.
शीतला अष्टमी के दिन बासी और ठंडा भोजन किया जाता है और ऐसा मान्यता है कि शीतला के आराधना करने से आरोग्य का वरदान मिलता है. शीतला देवी का पूजन करने से गंभीर बीमारियों से छुटकारा मिलता है.
जानिए कब है शीतला अष्टमी,जानिए इस का शुभ मुहूर्त और पूजन करने की विधि
तो आइए जानते हैं कब है शीतलाष्टमी और शीतलाष्टमी का कब है शुभ मुहूर्त और महत्व –
शीतला अष्टमी-
शीतला सप्तमी- 14 मार्च 2023
शीतला अष्टमी-15 मार्च 2023
पंचांग के अनुसार चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की शीतला सप्तमी 13 मार्च 2023 को रात 9:27 से शुरू होने वाली है और इसका समापन 14 मार्च 2023 को 8:22 पर होगा. शीतला माता को शीतलता प्रदान करने वाली देवी मानी जाती है.
जानिए कब है शीतला अष्टमी,जानिए इस का शुभ मुहूर्त और पूजन करने की विधि
शीतला माता की पूजा का समय – सुबह 6:30 से लेकर शाम 6:29 तक.
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पूजा की अवधि – 11 घंटे 58 मिनट
स्कंद पुराण के अनुसार शीतला माता गधे की सवारी करती है और उनके हाथों में कलर झाड़ू चुप रहते हैं और वह नीम के पत्तों की माला धारण किए रहती है. अगर कोई महिला शीतला अष्टमी का व्रत रखती है तो उसके पति और बच्चे निरोग रहते हैं. इस दिन शीतला माता को बासी पकवान से भोग लगाया जाता है.