पश्चिम चंपारण,26 फरवरी(हि.स.)। मधेपुरा जिला के खोपैती तुनियाही पंचायत सरकारी भवन में पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों काे एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया ।उक्त आशय की जानकारी कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाउंडेशन के प्रतिनिधि पंकज कुमार ने दी है। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण के शुरुआत में कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाउंडेशन के प्रोजेक्ट ऑफिसर अरविंद कुमार शर्मा ने नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी के संघर्ष और कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन, बचपन बचाओ आंदोलन के गठन की प्रक्रिया के बारे में संक्षेप में बताया और सत्यार्थी आंदोलन की पृष्ठभूमि के बारे में उपस्थित लोगों को जानकारी दिया।बाल विवाह, बाल दुर्व्यापार, बाल यौन शोषण पर आधारित विषय को लेकर बातचीत की गई।
कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाउंडेशन ट्रेनिंग डिपार्टमेंट से आई सुश्री कविता ने पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों को बाल विवाह निषेध अधिनियम, ग्राम पलायन पंजी, समेत बाल संरक्षण से जुड़े सभी महत्वपूर्ण विषयों पर बहुत ही सार्थक प्रशिक्षण दिया। उन्होंने स्लाइड के माध्यम से बाल संरक्षण सुरक्षा तंत्र से जुड़े वार्ड स्तरीय ग्राम बाल संरक्षण समिति के निर्माण और कार्यान्वयन के बारे में पंचायत प्रतिनिधियों और आंगनवाडी सेविकाओं को विस्तार से बताया। बाल यौन शोषण,बाल मजदूरी बाल दुर्व्यापार से जुड़े नियम और प्रावधानों को सरल रूप में समझाया। धुरगांव के वार्ड सदस्य शालिग्राम ऋषि देव, आंगनवाड़ी सेविका आरती कुमारी, वार्ड सदस्य जानकी देवी, पिंकी देवी, उमेश प्रसाद यादव सहित कई पंचायत प्रतिनिधियों ने बाल संरक्षण से संबंधित सवाल पूछे और कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाउंडेशन के प्रतिनिधि पंकज कुमार और उमेश प्रसाद यादव ने प्रश्न उत्तर काल के समय में उनके सवालों के जवाब दिए और बाल सुरक्षा तंत्र के बारे में विस्तार से समझाया।
ट्रेनिंग के अंत में मधेपुरा जिला के कोऑर्डिनेटर सुमित प्रकाश ने धन्यवाद ज्ञापन किया और सभी पंचायत प्रतिनिधियों को बाल विवाह रोकने को लेकर एक शपथ दिलाई गई और उनसे शपथ पत्र पर दस्तखत कराए गए।