हर व्यक्ति अपने स्तर पर रिटायरमेंट के लिए प्लानिंग करता है. हर व्यक्ति का मकसद होता है कि वह रिटायरमेंट के बाद के समय के लिए एक अच्छा कॉर्पस जमा कर ले. क्योंकि रिटायरमेंट के बाद व्यक्ति की जब इनकम नहीं होती है, तो उसे पैसे की जरूरत होती है. अब समझ लेते हैं कि आप रिटायरमेंट के बाद के लिए फंड कैसे बना सकते हैं. यह एक उदाहरण के जरिए समझ सकते हैं. मान लीजिए एक व्यक्ति की उम्र 34 साल है. उसकी शादी नहीं हुई है और वह सरकारी कर्मचारी है.
निवेश की सही तरीके से करें प्लानिंग
उसे 42,000 रुपये की कुल सैलरी मिलती है. इसके अलावा व्यक्ति के पास निवेश के लिए 15 से 20 साल का समय है. व्यक्ति के निवेश में करीब 4.5 लाख रुपये शामिल हैं. इसके अलावा उसने 4 लाख रुपये पब्लिक प्रोविडेंट फंड यानी पीपीएफ में लगा रखे हैं. व्यक्ति सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIPs) में भी निवेश कर रहा है.
उनका एसबीआई इक्विटी हाइब्रिड फंड में 1,000 रुपये, एसबीआई स्मॉल कैप में 500 रुपये, कोटक स्टैंडर्ड मल्टीकैप में 1,000 रुपये, Mirae एसेट लार्ज कैप में 1,000 रुपये, Mirae एसेट इमर्जिंग ब्लूचिप में 1,000 रुपये, Mirae एसेट मिड कैप में 1,000 रुपये, एक्सिस ब्लूचिप में 1,000 रुपये, एक्सिस स्मॉल कैप में 500 रुपये, ICICI ब्लूचिप में 500 रुपये, निपॉन स्मॉल कैप में 500 रुपये का निवेश किया हुआ है. व्यक्ति PGIM मिडकैप ऑपॉरचुनिटी फंड में एसआईपी भी शुरू करना चाहता है.
व्यक्ति 12 लाख रुपये के हाउसिंग लोन को चुकाने के लिए 12,000 रुपये की इक्विटेड मंथली इंस्टॉलमेंट (EMI) का भुगतान करता है. इसके साथ वह हर महीने जनरल प्रोविडेंट फंड (GPF) में 2,750 रुपये का योगदान देता है.
इस बात का रखें ध्यान
जहां इनका पोर्टफोलियो कुल मिलाकर अच्छा है. लेकिन इसमें थोड़े बदलाव करने की जरूरत है. हम आपको यह सुझाव देंगे कि आप अपने स्मॉल कैप स्कीम्स को कंसोलिडेट करें. क्योंकि पोर्टफोलियो में तीन स्कीम्स मौजूद हैं. एसबीआई स्मॉल कैप और एक्सिस मिडकैप में अपनी एसआईपी को रोक दें.
यह अनुमान करते हुए कि व्यक्ति की सैलरी सालाना 8 फीसदी की दर पर बढ़ेगी. और उसके खर्च में भी हर साल करीब छह फीसदी की दर पर इजाफा होगा. आपको पीपीएफ, जीपीएफ और म्यूचुअल फंड्स के जरिए एक अच्छा रिटायरमेंट फंड हासिल कर लेना चाहिए. यह 60 साल की उम्र के बाद रिटायरमेंट के समय आपकी काफी मदद कर देगा.