इस IAS Officer का नाम सुनते ही थर-थर कापते है सभी,आइये आपको बताये दबंग लेडी की Success Story,स्वाती मीणा अफसर बनने से पहले बहुत से कामो के साथ- साथ अपनी पढाई भी करती थी,आइये आज आपको उनके जीवन में घटित ऐसी बाते बताते है जो न अपने कभी सुनी होगी ना जानी,कैसे दबंग नाम से कहलाई स्वाती मीणा!
इस IAS Officer का नाम सुनते ही थर-थर कापते है सभी,आइये आपको बताये दबंग लेडी की Success Story
Read Also: मात्र 1 लाख डाउनपेमेंट देकर Maruti Brezza Suv को बनाये अपना,देखे EMI Plan के साथ अन्य डिटे
आइये बताये आईएएस स्वाति मीणा के बारे में
स्वाति मीणा मध्य प्रदेश कैडर की आईएएस अफसर हैं। स्वाति मीणा राजस्थान के सीकर जिले के श्रीमाधोपुर तहसील के गांव बुरजा की ढाणी की रहने वाली हैं। स्वाति मीणा का जन्म 1984 में हुआ था। उनके पिता एक आरएएस अफसर हैं। वहीं उनकी मां डाॅ सरोज मीणा पेट्रोल पंप चलाती थीं।
स्वाति मीणा का परिवार और शिक्षा
स्वाति ने अपनी शुरुआती पढ़ाई अजमेर से पूरी की। उनकी मां चाहती थीं कि स्वाति डॉक्टर बनें। स्वाति ने भी अपनी मां की इच्छा को ही अपना लक्ष्य बना लिया। लेकिन जब वह 8वीं क्लास में थीं तो उनकी रिश्तेदारी में उनकी एक मौसी अधिकारी बनी। मौसी के अफसर बनने पर स्वाति ने पिता के चेहरे पर खुशी देखी तो उन्होंने तय कर लिया कि वह भी यूपीएससी की तैयारी करेंगी और पिता के लिए अफसर बन जाएंगी।
इस IAS Officer का नाम सुनते ही थर-थर कापते है सभी,आइये आपको बताये दबंग लेडी की Success Story
IAS बनने का सफर
स्वाति मीणा ने अपनी पढ़ाई पूरी की और आईएएस परीक्षा के लिए तैयारी भी करती रही हैं। उनके पिता स्वाति की पढ़ाई में मदद किया करते थे। स्वाति की मां उन दिनो पेट्रोल पंप चलाती थीं, तो उनके पिता ने ही स्वाति को लिखित परीक्षा से लेकर इंटरव्यू तक के लिए तैयार कराया। क्योंकि स्वाति ने बचपन से ही अपना लक्ष्य तय कर लिया था, यही वजह है कि महज 22 साल की उम्र में स्वाति ने यूपीएससी की परीक्षा पास कर ली। साल 2007 में आयोजित यूपीएससी परीक्षा में ऑल इंडिया में लेवल पर स्वाति ने 260 वीं रैंक हासिल की और अपने बैच की सबसे कम उम्र की आईएएस बन गईं।
स्वाति मीणा की उपलब्धि
मध्य प्रदेश कैडर में उनका चयन हुआ। बाद में एमपी के मंडला में स्वाति को पोस्टिंग मिला। इस दौरान कलेक्टर स्वाति मीणा ने खनन माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की। कई विभागों से खनन माफियाओं की शिकायत मिलने के बाद उन्होंने अपनी सख्त कार्रवाई से खनन माफियाओं को सबक सिखाया।