टेक्नोलॉजी की बात करे तो आज हर दिन कोई न कोई नयी तकनीक और टेक्नोलॉजी देखने को मिलती है जिसकी तुलना करना बहुत ही मुश्किल है आज बात की जाये खेती किसानी की तो किसानी में भी तरह तरह के यंत्र देखने को मिलते है जो किसानो को काफी सहायक होते है तो आइये जानते है आज के जुगाड़ के बारे मे
8 हजार खर्च में बनायीं शानदार मशीन
Desi Jugaad: गाँव जे इस देसी जुगाड़ को देख अचंबित हुए बड़े बड़े लोग देखिये कैसे बनाई जुताई करने वाली मशीन,आज कल सोशल मीडिया पर देसी जुगाड़ से जुड़े कई वीडियो अक्सर वायरल होते रहते हैं जिन्हे देख कर के हमें कुछ न कुछ सीखने को जरूर मिलता है। जैसा की आप सभी को पता है की भारत एक कृषि प्रधान देश है जहाँ किसान भाई अपनी अलग अलग तकनीक से खेती करते हैं साथ ही साथ अपना समय और पैसे बचाने के लिए खेती में जुगाड़ तकनीक का भी इस्तेमाल करते हैं।
अगर देखा जाए तो किसान भाई अपने खेत से जंगली जानवरों को भगाने के लिए कई तरह के जुगाड़ लगाते है मगर जब बात जुताई करने की आती है तो उसके लिए बड़ी बड़ी मशीन चाहिए होती है जिसका जुगाड़ एक किसान ने कम खर्चे में निकाल लिया है। बिना मशीन के जुताई करने का एक अच्छा साधन बैल भी हैं लेकिन एक किसान भाई ने बैल कर होने पर एक तगड़ी मशीन इजात कर ली है।
Desi Jugaad: गाँव जे इस देसी जुगाड़ को देख अचंबित हुए बड़े बड़े लोग देखिये कैसे बनाई जुताई करने वाली मशीन
कबाड़ से तैयार देसी जुगाड़
आपकी जानकारी के लिए बता दें की मात्र 3 हजार रूपये खर्च कर इस किसान ने देसी जुगाड़ से कबाड़ में पड़े स्कूटर को घर में ही खेतो की जुताई का यंत्र बना दिया। पेशे से वह किसान मोटर मैकेनिक है।
यह यंत्र पावर टीलर दस गुणा कम दर पर खेतों की जुताई कर रहा है।ई लीटर पेट्रोल में दस कट्ठा जमीन अर्थात पांच घंटे की भरपूर जुताई इस मशीन से की जा सकती है। रमेश की यह मशीन पूरे गांव के लिए प्रेरणादायी बन गई है।
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कैसे तैयार हुआ यह जुगाड़
Desi Jugaad: गाँव जे इस देसी जुगाड़ को देख अचंबित हुए बड़े बड़े लोग देखिये कैसे बनाई जुताई करने वाली मशीन,छोटे भाई द्वारा खेती के लिए दो भैंस बेच देने पर रमेश परेशान था। इसी उधेड़बुन में उसे पोर्टेबल पावर टिलर बनाने की एक तरकीब आई। इसके लिए सबसे पहले 20 इंच बाय 41 इंच का चेचिस बनाया।
अब इंजन और हैंडल की जरूरत पूरी करने के लिए कबाड़ में तीन हजार रुपये में मिले स्कूटर का इंजन लगा दिया। गियर बॉक्स, हैंडल और दोनों चकों को निकाल कर बनाए उस चेचिस में फिट कर दिया। बाद में उसे स्टार्ट कर चला कर देखने पर उसके मुताबिक पावर टिलर सही निकला।