मसूरी रोपवे में आज भारत सरकार के निर्देशों पर एनडीआरएफ की टीम ने पहुंचकर सुरक्षा का जायजा लिया और मॉक ड्रिल कर आपातकाल स्थिति में किस तरह से लोगों की जान बचाई जाए इसके लिए अभ्यास किया।
मौके पर भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल और मसूरी पुलिस के जवान मौजूद रहे। बता दें पिछले साल रोपवे दुर्घटनाओं के बाद उत्तराखंड में भी रोपवे की सुरक्षा की दृष्टि से एनडीआरएफ की टीम ने मॉक ड्रिल किया।
रोपवे पर आपात स्थिति में बचाव के लिए किया गया मॉक ड्रिल
मौके पर मौजूद डिप्टी कमांडेंट अमित पाठक ने बताया कि एनडीआरएफ द्वारा 15वीं बटालियन को उत्तराखंड के लिए ही स्थापित किया गया है। आपदा के समय बटालियन के जवानों को तुरंत राहत और बचाव के लिए भेजा जाता है। चार धाम यात्रा में भी एनडीआरएफ का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
अमित पाठक ने कहा कि एनडीआरएफ द्वारा आज पूरे देश में केबल कार की सुरक्षा को लेकर अभियान चलाया गया है। उत्तराखंड में भी यह अभियान कई स्थानों पर चलाया जा रहा है।
मौके पर मौजूद भारत तिब्बत सीमा पुलिस के इंस्पेक्टर जीडी संदीप तिवारी ने बताया कि मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य लोगों की जान माल की सुरक्षा करना है। भविष्य में कभी आपात स्थिति आने के बाद किस तरह से रेस्क्यू किया जाए इसका अभ्यास किया जा रहा है।