देश में एक बार फिर कोरोना का खतरा तेजी से बढ़ता जा रहा है. इसे ध्यान में रखते हुए देश भर के सभी अस्पतालों में तैयारियों की समीक्षा की जा रही है. स्वास्थ्य मंत्रालय की अधिसूचना के बाद देश भर के अस्पतालों में दो दिवसीय मॉक ड्रिल की जा रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया भी दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल पहुंचे। इस दौरान उन्होंने खुद मॉक ड्रिल का निरीक्षण किया और अस्पताल में कोरोना की तैयारियों का जायजा लिया.
मनसुख मंडाविया ने डॉक्टरों की टीम से भी बात की कि कहीं तैयारियों में लापरवाही तो नहीं हुई. कोरोना के समय सबसे जरूरी ऑक्सीजन को लेकर अस्पताल में क्या तैयारी की गई? इसकी पुष्टि के लिए मनसुख मंडाविया अस्पताल में मौजूद ऑक्सीजन प्लांट को देखने भी पहुंचे और पूरे प्लांट का निरीक्षण किया.
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने सोमवार को कहा कि आने वाले दिनों में राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 मामलों की संख्या बढ़ने की संभावना है, क्योंकि शहर घनी आबादी वाला है। साथ ही उन्होंने ‘फ्लू’ जैसे लक्षण वाले लोगों से मास्क पहनने और सार्वजनिक स्थानों पर जाने से बचने को कहा।
कोरोना के हालात से निपटने के लिए देशभर में सख्ती शुरू हो गई है. अस्पतालों को जांच में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं और इसके पीछे सबसे बड़ी वजह है…
– देशभर में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 5,880 मामले सामने आए हैं.
– देश में कोरोना के कुल सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 35,199 हो गई है।
– कोरोना की वजह से देशभर में एक दिन में 12 लोगों की मौत हो चुकी है।
– वहीं, देशभर में 3481 लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं।
क्या हैं कोरोना के नए लक्षण?
इस समय फैल रहे कोरोना संक्रमण के लक्षण भी पहले से अलग हैं। डॉक्टरों और विशेषज्ञों के अनुसार तेज बुखार, सर्दी और खांसी के लक्षण कोरोना के सामान्य लक्षण के रूप में दिखाई देते हैं। लेकिन इस बार त्वचा संबंधी लक्षण, कंजंक्टिवाइटिस यानी आंखों में खुजली और आंखों में चिपचिपापन सामने आ रहा है। कोरोना के मरीजों में ये नए लक्षण देखे जा रहे हैं।