सूरत: अविनाश उर्फ अवि काशीनाथ समुद्रे (ए.डी. 23 निवासी महाराष्ट्र) अपहरण और पॉक्सो एक्ट अपराध का आरोपी 20 फरवरी 2023 से लाजपोर सेंट्रल जेल में गत सितंबर 2022 को अदजान पुलिस में दर्ज यार्ड नं. 10 के बैरक नं. 4 को कैद कर लिया गया। बीती रात 2.15 घंटे की नींद से जगे अविनाश ने शौचालय में जाकर एग्जॉस्ट फैन से चादर बांधी और फंदा लगा लिया। दस मिनट बाद उसके बैरक के एक कैदी ने, जो शौचालय जा रहा था, अविनाश को देखा और तुरंत दूसरे कैदी और जेल अधिकारी को सूचित किया।
अविनाश को तुरंत इलाज के लिए ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी होने पर सचिन पुलिस व जेल के उच्चाधिकारी दौड़े चले आए। अविनाश की पैंट की जेब से उसके माता-पिता और उसकी कम उम्र की प्रेमिका को संबोधित एक सुसाइड नोट मिला। अविनाश ने आत्महत्या करने से पहले जो सुसाइड नोट लिखा था उसमें उसने लिखा है कि मां-पापा मुझे माफ कर दो, इस जीवन में मैं एक अच्छा बेटा नहीं बन सका और तुम्हारी सेवा नहीं कर सका. लेकिन दूसरे जन्म में मैं आपके पुत्र के रूप में आऊंगा। छोटे भाई भाना को पढ़ाओ और अच्छा मुकाम दिलाओ, मुझे माफ कर दो।
अपनी प्रेमिका को लिखते हुए अफ़सोस है कि हम इस जीवन में साथ नहीं हो सके, मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ, हो सके तो मेरे माता-पिता से हर महीने मिलो और मेरे जाने के बाद तुम दुखी नहीं होगे। आरोपी के शरीर का फोरेंसिक पोस्टमॉर्टम कराया गया है। अंग्रेजी और मराठी में लिखे सुसाइड नोट में अविनाश ने जिक्र किया है कि वह प्यार में फेल हो गया है। पुलिस ने जेल के सीसीटीवी फुटेज की जांच के अलावा उसके सामान की भी जांच की। पुलिस ने आत्महत्या करने वाले आरोपी के शव का फोरेंसिक पोस्टमार्टम कराया है और कानूनी कार्रवाई की गई है.