Sharbati Gehu GI Tag: शरबती गेहू को जारी हुआ GI टैग, जानिए सर्वाधिक उत्पादन वाले क्षेत्र, शरबती गेहूं मुख्य उत्पादक जिला सीहोर के साथ विदिशा जिले में उगाई जाने वाली एक क्षेत्रीय किस्म है। इसके दानों में सुनहरी चमक होती है। इस गेहूं की चपाती में फाइबर, प्रोटीन और विटामिन बी और ई प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। शरबती गेहूं को आवेदन क्रमांक 699 के संदर्भ में जीआई टैग जारी किया गया है।
देश में शरबती गेहूं का सर्वाधिक उत्पादक जिला सीहोर है और मध्यप्रदेश शरबती गेहूं का सर्वाधिक उत्पादक और निर्यातक है। शरबती गेहूं का आटा देश में उच्चतम गुणवत्ता वाला माना गया है। जिले में सर्वाधिक उत्पादक शरबती गेहूं के दाम भी किसानों को उच्चतम स्तर के प्राप्त होते हैं। इससे किसानों की आय भी बढ़ती है।
मध्यप्रदेश के सीहोर जिले का शरबती गेहू पुरे भारत में प्रसिद्ध
भारत जैसे विशाल देश में अधिकतर राज्यों में गेहूं की खेती की जाती है। अच्छा उत्पादन भी होता है। लेकिन मध्यप्रदेश के सीहोर जिले के शरबती गेहूं की पूरे भारत में अलग ही बात है, क्योंकि यह गेहूं देखने में सोने जैसा चमकीला है। इसके सभी दाने एक समान होते हैं। शरबती खाने में भी मीठा है। तभी तो देश भर में शरबती अपनी शान बिखेर रहा है। हर राज्य में इसके चर्चे हैं।
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जानिए वर्ष 2023 के शरबती गेहू की पैदावार के बारे में
शरबती गेहूं की इस बार सीहोर में बंपर पैदावार होने का अनुमान लगाया जा रहा है। पूरे मध्य प्रदेश का 50-60 प्रतिशत शरबती गेहूं सीहोर में ही पैदा होता है। इसका आटा खाने में मीठा होता है, इसलिए इसको शरबती नाम दिया गया है। सीहोर के अलावा अन्य जिलों में भी शरबती गेहूं बोया जाता है। गेहूं की सभी किस्मों में यह सबसे महंगा बिकता है। अमूमन शरबती गेहूं के दाम 2,800 रुपये से लेकर 4,000 रुपये क्विंटल तक रहते हैं। जबकि अन्य गेहूं के इतने अधिक दामों पर नहीं बिकता है।
जानिए शरबती गेहू की खासियत
शरबती गेहूं का रंग सुनहरा होता है और इसके दाने एक समान होते हैं। यह हथेली पर भारी लगता है, लेकिन इसका स्वाद मीठा होता है। इसलिए इसका नाम शरबती है। गेहूं की अन्य किस्मों की तुलना में इसमें ग्लूकोज और सुक्रोज जैसे सरल शर्करा की मात्रा अधिक होती है। सीहोर में इसकी सबसे ज्यादा पैदावार होती है। इसकी वजह सीहोर क्षेत्र में पाई जाने वाली काली और जलोढ़ उपजाऊ मिट्टी है, जो शरबती गेहूं के लिए सबसे उपयुक्त होती है। शरबती गेहूं में सी-306 किस्म बेस्ट मानी जाती है। इसकी क्रॉस वैरायटी भी बाजार में उपलब्ध है।
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जानिए शरबती गेहू की खरीदी वाले कुछ क्षेत्र
सीहोर के शरबती गेहूं की पूरे भारत में मांग है। लेकिन सबसे अधिक तमिलनाडु, गुजरात, चेन्नई, मुंबई, हैदराबाद, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश से कई कंपनियां सीजन के समय सीहोर में आकर खुद शरबती गेहूं की खरीदी करती हैं। कृषि विभाग की मानें तो औसत के मान से शरबती गेहूं की उपज एक हैक्टेयर में करीब तीस क्विंटल तक आती है। जिन किसानों के पास पानी की अच्छी उपलब्धता है, वे 40 से 50 क्विंटल प्रति हैक्टेयर तक भी शरबती का उत्पादन लेते हैं।
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