30 सालो में बन रहा दुर्लभ योग,जाने Holika Dahan का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि।रवि योग व अन्य शुभ योग बन रहे हैं। इन्हीं शुभ संयोगों में फाल्गुन मास की चतुर्दशी युक्त पूर्णिमा में होलिका दहन होगा, पंचांग की गणना के अनुसार इस बार होली पर शनि, सूर्य एवं बुध ग्रह एक साथ कुंभ राशि में विराजमान है। यह त्रिग्रही योग कहलाता है, ऐसा अवसर लगभग 30 वर्षों बाद बन रहा है,आइये आपको बताते है होलिका दहन की पूजा विधि और शुभ मुहूर्त के बारे में-
30 सालो में बन रहा दुर्लभ योग,जाने Holika Dahan का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
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Holika Dahan Muhurat
ज्योतिषाचार्य पंडित रामदास के अनुसार होलिका दहन फाल्गुन माह में शुक्ल पक्ष की प्रदोष व्यापिनी पूर्णिमा में भद्रा रहित करना शास्त्र सम्मत माना गया है। उनके अनुसार आज होलिका दहन के लिए सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त प्रदोष युक्त गोधूलि बेला में सायं 6.26 बजे से 6.38 बजे तक रहेगा। यद्यपि शाम को प्रदोष काल में भी होलिका दहन कर सकेंगे। प्रदोष काल का समय सायं 6.26 बजे से रात्रि 8.55 बजे तक रहेगा।
30 सालो में बन रहा दुर्लभ योग,जाने Holika Dahan का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
यदि पूर्णिमा की बात करें तो आज सायं 4.18 बजे से पूर्णिमा आरंभ होगी जो मंगलवार को सायं 6.10 बजे समाप्त होगी। यही कारण है कि होलिका दहन सोमवार को ही किया जाएगा। इसी प्रकार पूर्वोत्तर राज्य जहां सूर्यास्त सायं 6.10 बजे पहले ही हो जाता है, वहां पर होलिका दहन मंगलवार को होगा जबकि धुलंडी का पर्व 8 मार्च 2023 को मनाया जाएगा।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। होशंगाबाद मीडिया इस तथ्यों की पुष्टि नहीं करता है!