हिंदू धर्म में सिंदूर को बेहद पवित्र माना गया है और इसे महिलाएं अपने मांग में भर्ती हैं. हिंदू धर्म में सिंदूर को सुहाग का प्रतीक माना जाता है और शादी होने के बाद महिलाएं रोजाना अपने मांग में सिंदूर लगाती हैं. हिंदू धर्म में सिंदूर मंगलसूत्र और श्रृंगार के सभी चीजों से कई तरह के नियम जुड़े हैं.
जानिए क्यों बिहार की महिलाएं नाक तक लगाती है सिंदूर,क्या है इसके पीछे का धार्मिक महत्व
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बिहार में जब भी शादी होती है या छठ पूजा आता है तो महिलाएं नाक तक सिंदूर लगाती हैं. आपने देखा होगा कि नाक की चोट से सिंदूर की लाइन शुरू होकर माथे तक जाती है.
आपको बता दें कि ऐसी मान्यता है कि सिंदूर लगाने से घर के परिवार में सुख संपन्नता आती है साथ ही साथ अपने परिवार में संपन्न ता बनी रहती है.
जानिए क्यों बिहार की महिलाएं नाक तक लगाती है सिंदूर,क्या है इसके पीछे का धार्मिक महत्व
शास्त्रों में ऐसा कहा गया है कि सिंदूर की रेखा जितनी लंबी होगी पति की उम्र उतनी ही लंबी होती है. यह रेखा पति के तरक्की को दिखाता है. ऐसा कहा गया है कि छठ पूजा में जो भी मांग में नाक तक सिंदूर भरता है उसकी हर मनोकामना पूरी होती है.
कहा जाता है अगर कुंवारी लड़की के ऊपर यह सिंदूर गिर गया तो उसकी जल्दी शादी हो जाती है. सिंदूर का रंग अलग होता है यह सिंदूर नारंगी कलर का होता है. नारंगी कलर का सिंदूर इसलिए लगाते हैं क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि आप भगवान पर चढ़ाया जाता है यह शुभ होता है.