केदारनाथ-बद्रीनाथ सहित उत्तराखंड चारधाम यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए एक बड़ी अपडेट सामने आई है। जरा सी भी असावधानी श्रद्धालुओं की परेशानी बढ़ा सकती है। दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश सहित विदेशों से आने वाले श्रद्धालुओं को उत्तराखंड में रात सड़क पर गुजारनी पड़ सकती है। टैक्सी समेत अन्य कमर्शियल वाहनों को लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आया है। तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए व्यवसायिक वाहनों के चालकों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
टैक्सी सहित व्यावसायिक वाहनों को चालकों के मेडिकल फिटनेस के बाद ही चलने की अनुमति दी जाएगी। उत्तराखंड की सड़कों पर चलने के लिए अन्य राज्यों के वाणिज्यिक वाहनों के पास भी प्रासंगिक दस्तावेज होना आवश्यक है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर सरकार की ओर से कार्य योजना बनाई गई है। चारधाम यात्रा पर जाने वाले सभी व्यावसायिक वाहनों के चालकों का ऋषिकेश में आवश्यक स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा। परिवहन विभाग के मानकों को पूरा करने वाले चालकों को ही आगे जाने दिया जाएगा। इसके साथ ही दूसरे राज्यों से आने वाले व्यावसायिक यात्री वाहनों में दो चालक रखने होंगे।
चारधाम यात्रा मार्ग पर यात्रियों की सुरक्षा के लिए परिवहन विभाग सख्त एडवाइजरी तैयार कर रहा है। इन्हें सभी राज्यों में भेजा जा रहा है। संयुक्त परिवहन आयुक्त ने कहा कि चारधाम यात्रा मार्ग एक पर्वतीय तीर्थ मार्ग है। यहां यह बेहद जरूरी है कि ड्राइवर का स्वास्थ्य पूरी तरह से स्वस्थ हो। ऋषिकेश में लगने वाले स्वास्थ्य जांच शिविर में प्रत्येक चालक का पांच-पांच बार परीक्षण किया जाएगा। उसके बाद उसे आगे बढ़ने दिया जाएगा। यात्रा मार्ग के प्रत्येक बड़े शिविर में वाहन चालकों के लिए उचित मूल्य पर विश्राम शिविर एवं भोजन की व्यवस्था भी की जा रही है।