प्रोटीन से भरपूर सोयाबीन खाने से कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं। आप दिन में 100 ग्राम सोयाबीन भी खा सकते हैं। 100 ग्राम सोयाबीन में लगभग 36.5 ग्राम प्रोटीन होता है।
प्रोटीन से भरपूर सोयाबीन खाने से कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं। आप दिन में 100 ग्राम सोयाबीन भी खा सकते हैं। 100 ग्राम सोयाबीन में लगभग 36.5 ग्राम प्रोटीन होता है। दिन में 1 बार इसका इस्तेमाल करने से आपके शरीर को कई तरह के फायदे मिलते हैं। जिन लोगों में प्रोटीन की कमी होती है उनके लिए यह अच्छा होता है।
सोयाबीन के सेवन से शरीर की चर्बी कम होती है और वजन कम होता है। वास्तव में, सोयाबीन प्रोटीन एक ऐसा भोजन है जिसे पचाने के लिए अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है। यह शरीर की ऊर्जा के उचित उपयोग में मदद करता है और इसलिए वसा के गठन को रोकने में मदद करता है। प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों को थर्मोजेनिक खाद्य पदार्थों की श्रेणी में माना जाता है। इसके सेवन के साथ-साथ एक्सरसाइज पर भी ध्यान देना जरूरी है।
सोयाबीन कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से भी बचाता है। सोयाबीन isoflavones (एक प्रकार का रासायनिक यौगिक) से भरपूर होता है। इसके साथ ही सोयाबीन को फाइटोकेमिकल्स के सेट का प्रमुख स्रोत भी माना जाता है। ये दोनों तत्व शरीर में कैंसर रोधी एजेंट के रूप में काम करते हैं। सोयाबीन का सेवन स्तन और गर्भाशय के कैंसर को रोकने में मदद कर सकता है।
सोयाबीन में अच्छी मात्रा में प्रोटीन होता है। इससे बने सप्लीमेंट लेने से सिस्टोलिक और डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। एक वैज्ञानिक अध्ययन में भी इस बात की पुष्टि हुई है कि हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए सोया प्रोटीन से बने सप्लीमेंट्स का सेवन किया जा सकता है।
अच्छे कोलेस्ट्रॉल के लिए भी सोयाबीन का सेवन फायदेमंद होता है। सोयाबीन में पाए जाने वाले आइसोफ्लेवोन्स आपके कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। सोयाबीन के सेवन से खराब कोलेस्ट्रॉल कम होता है, लेकिन अच्छे कोलेस्ट्रॉल पर इसका कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता है।
सोया उत्पादों में प्लांट एस्ट्रोजन जैसे यौगिक होते हैं, जो शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन के उत्पादन में मदद करते हैं। इसके सेवन से मासिक धर्म नियमित होता है। साथ ही बांझपन और प्री-मेनोपॉज की समस्याओं से भी छुटकारा पाया जा सकता है। मासिक धर्म के दौरान कुछ महिलाओं को कष्टार्तव का सामना करना पड़ता है। यह एक चिकित्सीय स्थिति है जिसमें एक महिला को गर्भाशय में अत्यधिक दर्द का अनुभव होता है। इस संबंध में किए गए एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार जो महिलाएं अधिक सोया फूड का सेवन करती हैं उन्हें डिसमेनोरिया से जल्दी राहत मिलती है। इससे मासिक धर्म आने से पहले भी आराम मिलता है। मासिक धर्म से पहले होने वाली विभिन्न समस्याओं को प्रीमेंस्ट्रुअल कहा जाता है।
सोयाबीन में एंटी-इंफ्लेमेटरी और कोलेजन (प्रोटीन का द्रव्यमान) गुण पाए जाते हैं। ये सभी मिलकर त्वचा को पोषित और जवां बनाते हैं। इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट आपकी त्वचा को अल्ट्रा वायलेट किरणों से भी बचाता है।
सोयाबीन बालों के लिए भी फायदेमंद होता है। सोयाबीन के बीज में फाइबर, विटामिन-बी, विटामिन-सी और अन्य खनिज होते हैं। यह बालों के विकास और मजबूती के लिए उपयोगी है। इसमें अच्छी मात्रा में आयरन भी होता है, जो बालों को झड़ने से रोकने में मदद करता है।