गुरु चांडाल योग : ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब कोई ग्रह एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है तो उसे ग्रहगोचर कहते हैं। ग्रह एक निश्चित समय अंतराल पर एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करता रहता है। लेकिन कई बार यह गोचर ऐसे योग भी बनाता है जिससे अलग-अलग राशि के जातकों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसा ही एक योग है गुरु चांडाल योग। 22 अप्रैल को गुरु मीन राशि से मेष राशि में प्रवेश करेंगे। गुरु के इस गोचर से राहु और गुरु का योग बनेगा जिसे गुरु चांडाल योग कहते हैं।
क्या होता है गुरु चांडाल योग का प्रभाव?
वैदिक ज्योतिष के अनुसार बृहस्पति एक शुभ ग्रह है और राहु एक अशुभ ग्रह है। ऐसे में जब दोनों ग्रह एक राशि में गोचर करेंगे तो इसका अशुभ प्रभाव पड़ेगा। इस योग के कारण लगभग सभी राशियों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इस दौरान मन में नकारात्मक भाव रहेगा। विश्व अर्थव्यवस्था में मंदी आएगी। समाज और परिवार में भी परेशानी हो सकती है
गुरु चांडाल योग इन लोगों पर भारी रहेगा
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिन लोगों की जन्म कुंडली में बृहस्पति या राहु है उनके लिए यह योग बहुत ही अशुभ रहेगा। ऐसे लोगों को बेहद सावधान रहने की जरूरत है। इस दौरान अनावश्यक ख़र्चों से बचें क्योंकि आय के स्रोत कम हो सकते हैं। इससे मानसिक परेशानी भी हो सकती है।