रतलाम, 1 मार्च (हि.स.)। ग्रीष्मकाल में सुचारू रुप से पेयजल आपूर्ति के लिए अधिकारियों को सक्रिय एवं जागरुक रहने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि जिले में जल स्त्रोतों पर पेयजल परिरक्षण अधिनियम लागू किया जाएगा। इस संबंध में अधिकारी तत्काल प्रस्ताव प्रेषित करें। वर्तमान रबी मौसम में सिंचाई के लिए तालाबों से पूर्व में निर्धारित की गई मात्रा में ही पानी दिया जाएगा। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग उन ठेकेदारों के विरुद्ध एफआईआर करवाएं जो नल जल योजनाओं में ठीक से कार्य नहीं कर रहे है।
कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी द्वारा ग्रीष्म के दौरान जल उपलब्धता हेतु एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में बुधवार प्रात: कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में बैठक के दौरान कलेक्टर ने नगरीय तथा ग्रामीण क्षेत्रों में जल उपलब्धता की समीक्षा की।
कलेक्टर सूर्यवंशी ने सभी अधिकारियों को चेतावनी दी कि ग्रीष्मकाल के दौरान अपने क्षेत्र में सुचारू पेयजल व्यवस्था के लिए जागरूक रहे। सक्रियता के साथ नजर रखें, मात्र अफसर बनकर उदासीन नहीं रहे। कलेक्टर ने स्पष्ट चेतावनी दी कि जिन अधिकारियों ने ग्रीष्मकाल में पेयजल उपलब्धता के बारे में लापरवाही बरती तो उनके विरुद्ध एफआईआर की जाएगी। जल जीवन मिशन की योजनाओं में ठेकेदारों द्वारा ठीक से कार्य नहीं करने पर उनके विरुद्ध भी एफआईआर कराई जाए।
आकड़ों में भिन्नता होने पर नाराजगी जाहिर की
समीक्षा के दौरान हैंडपंपों की स्थिति के बारे में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग तथा जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों द्वारा बताए गए आंकड़ों में भिन्नता पाए जाने पर कलेक्टर ने सख्त नाराजगी व्यक्त की, पुन: सर्वे द्वारा जानकारी में एकरूपता लाने के निर्देश दिए।
गोगादे पर एफआईआर भी होगी और वसूली भी
इस दौरान कलेक्टर द्वारा जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को उन क्षेत्रों की विस्तृत रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए जहां जल जीवन मिशन की नल जल योजनाओं के सम्बन्ध में शिकायतें मिली हैं, कलेक्टर ने चेतावनी दी कि योजनाओं के क्रियान्वयन में गड़बड़ी पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री गोगादे पर भी एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
किराए के टैंकर नहीं लिए जाएंगे
बैठक में निर्देश दिए कि पेयजल परिवहन के लिए किसी भी स्थिति में किराए के टैंकर नहीं लिए जाएंगे। स्थानीय निकायों के पास उपलब्ध टैंकरों के अलावा खनिजों के अवैध उत्खनन परिवहन में राजसात किए गए ट्रैक्टर भी उपलब्ध कराए जाएंगे। ग्रीष्म की विकट स्थिति में जिन ट्यूबवेल्स को अधिग्रहित किया जाना है उनकी सूची अधिकारियों द्वारा तैयार कर ली जाए। जानकारी 5 दिवस में प्रस्तुत करें।