प्रयागराज, 25 फरवरी (हि.स.)। कहकशांं फाउंडेशन का कहकशां साहित्योत्सव 2023 का उद्घाटन शनिवार को हुआ। इस साहित्योत्सव को साहित्यकार व संपादक स्व. रवींद्र कालिया की यादों को समर्पित किया गया है। इस अवसर पर प्रह्लाद नाथ प्रेक्षागृह का उद्घाटन, कहकशां फाउंडेशन का अधिवेशन, ’आधा इश्क’ किताब (लेखिका आर्या झा) का अनावरण, कहकशां स्मारिका का विमोचन कथाकार ममता कालिया ने किया। मुख्य अतिथि ममता कालिया ने कहा कि इस कार्यक्रम ने प्रयागराज के साहित्यिक माहौल को पुनर्जीवित कर दिया।
ममता कालिया ने कहकशां साहित्योत्सव को प्रयागराज और स्व रवींद्र कालिया के निमित्त एक अनोखा स्मृति पर्व स्वीकारा। कहकशां फाउंडेशन के संस्थापक व लेखक आनंद कक्कड़ की ममता कालिया ने प्रशंसा करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम ने प्रयागराज की साहित्यिक माहौल को पुनर्जीवित कर दिया। प्रो. धनंजय चोपड़ा ने रवींद्र कालिया को हिंदी साहित्य का और नई कहानी का कलमकार माना और उनकी अनेक कहानियों का जिक्र किया। साथ ही अपने संस्करण साझा किए। “यादों की गंगा यमुना“ टॉक शो में प्रताप सोमवंशी, प्रदीप भटनागर, डॉ अभिलाषा चतुर्वेदी, यश मालवीय, आनन्द कक्कड़, अनिता गोपेश ने रवींद्र कालिया के पत्रकारिता, साहित्यिक और आत्मीय संस्मरणों को याद किया।
डॉ प्रदीप भटनागर ने कहा कि कालिया जितने बड़े साहित्यकार थे, उतने ही बड़े पत्रकार थे। मुख्य धारा की अनेक पत्र पत्रिकाओं के संपादन के साथ उन्होंने साहित्यिक पत्रिकाओं का संपादन करके जो रेखा खींची, उसके ऊपर जाना किसी के लिए भी कठिन है। उन्होंने कहा कि मैंने एक अच्छे संपादक के गुण उनके साथ काम करते हुए सीखा। कहा कि रवींद्र कालिया और ममता कालिया की कहानियों का डिजिटल रूप “गाथा“ ऐप पर लॉन्च होगा।
उन्होंने बताया कि रविवार को शाम 4 बजे से उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र में कार्यक्रम होंगे। जिसमें प्रख्यात कथाकार ममता कालिया और कथाकार अखिलेश टॉक शो ’रवि के अक्स’ का आयोजन है। जिसका संचालन आनन्द कक्कड़ करेंगे। कहकशां फाउंडेशन द्वारा स्थापित साहित्य सम्मान “रवींद्र कालिया कथा कथेतर सम्मान“ तथा “उमाकांत मालवीय कविता सम्मान“ क्रमशः साहित्यकार संपादक अखिलेश तथा वरिष्ठ शायर एहतराम इस्लाम को दिया जाएगा।