फूड रूल्स: जागने और सोने की आदतों का असर न सिर्फ पूरी दिनचर्या पर पड़ता है बल्कि खाने पर भी पड़ता है। बहुत से लोग ऐसे समय में जागते हैं कि वे नाश्ता भी नहीं करते, लंच या ब्रंच से सीधे काम करते हैं, या भूख लगने पर खाते हैं। भूख लगने पर खाना बेशक एक अच्छी आदत है, लेकिन अगर समय का सही इस्तेमाल न किया जाए तो भूख मिटाने के लिए बार-बार खाना पड़ता है, जो पेट पर काम करता है और साथ ही वजन भी बढ़ाता है। तो आइए जानते हैं खाने के सही तरीके और नियमों के बारे में।
एक बार में बहुत ज्यादा न खाएं
एक बार में ज्यादा खाने की बजाय थोड़ा-थोड़ा करके खाने से शरीर में फैट बर्न होने की रफ्तार तेज होती है और मेटाबॉलिज्म तेज होता है। इससे ब्लड शुगर भी कंट्रोल में रहता है। शरीर में ऊर्जा बनी रहती है। इसलिए एक दिन में 3 भारी भोजन करने के बजाय 3-4 छोटे भोजन करना बेहतर होता है।
अंतर महत्वपूर्ण है
सुबह का नाश्ता सबसे जरूरी भोजन होता है, इसे अच्छे से समझ लें। ऐसा न करने पर शारीरिक कमजोरी आएगी। इसलिए कोशिश करें कि नाश्ता शाम 7-8 बजे के बीच कर लें। 4-5 घंटे के बाद लंच शेड्यूल करें। यदि किसी कारण से दोपहर के भोजन का समय नहीं है, तो स्वस्थ तरल आहार चुनें। रात का खाना सोने से दो घंटे पहले और खाने के 20 मिनट बाद टहलें।
इस तरह के आहार का सेवन करें
आपने सुना होगा कि सुबह का नाश्ता राजा की तरह, दोपहर का भोजन राजकुमार की तरह और रात का खाना भिखारी की तरह करना चाहिए। तो इसे अपनाकर आप पेट के साथ-साथ अंदरूनी वजन भी कम कर सकते हैं। सुबह का नाश्ता हेल्दी और थोड़ा हैवी होना चाहिए। दोपहर का भोजन कम करें। रात का खाना हल्का और आसानी से पचने वाला होना चाहिए।