मार्च के महीने में भारी बारिश । जी हां, गुरुवार को दिल्ली और उसके आसपास कुछ ऐसा ही देखने को मिला। मौसम में अचानक बदलाव आया और फिर से ठंड का अहसास हुआ। मौसम विभाग (आईएमडी) ने 30 मार्च से 1 अप्रैल तक बारिश और ओलावृष्टि का अनुमान जारी किया है। मौसम विभाग ने कहा है कि मार्च में बारिश से फसलों को भी नुकसान हो सकता है.
उत्तर पश्चिम भारत में बारिश का मौसम करीब दो हफ्ते पहले शुरू हुआ था और अभी भी जारी है। हालांकि फरवरी में तापमान बढ़ना शुरू हुआ था, लेकिन इस साल अधिक गर्मी पड़ने की भविष्यवाणी की गई थी, लेकिन मार्च में हुई बारिश ने बर्फबारी में इजाफा कर दिया है।
मार्च में कहां बारिश हुई?
आमतौर पर ऐसा हर साल कम होता है, लेकिन मौसम विभाग ने कहा है कि देश के उत्तर-पश्चिम में कई राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और दिल्ली में अब तक भारी बारिश हुई है. चंडीगढ़ के अलावा उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में भी बारिश हुई है। राजस्थान में बारिश से काफी तबाही देखने को मिली है.
मार्च में मौसम क्यों खराब हो गया?
मौसम विभाग ने कहा है कि मार्च में होने वाली बारिश का संबंध पश्चिमी विक्षोभ से है जिससे उत्तर पश्चिम भारत में बारिश होती है। आईएमडी के वैज्ञानिकों के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ इस महीने अब तक चार बार उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों को प्रभावित कर चुका है। यह न तो कृषि के लिए अच्छा है और न ही लोगों के स्वास्थ्य के लिए।
बारिश से पारा गिरा
इस माह में हुई बारिश से तापमान में भी कमी आई है। दिल्ली में पिछले साल मार्च में बारिश नहीं हुई थी, इसलिए 20 मार्च के बाद अधिकतम तापमान 38 और 39 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, लेकिन इस साल मार्च में अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा।
आईएमडी ने अपने पूर्वानुमान में कहा है कि अगले 24 घंटों में अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव की उम्मीद नहीं है। लेकिन अगले चार दिनों में दो से चार डिग्री की गिरावट आ सकती है।
राजस्थान के 8 जिलों में अलर्ट
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने भी तेज हवाओं और ओलों के कारण गंभीर फसल क्षति की चेतावनी दी है, विशेष रूप से राजस्थान में जहां भारी बारिश और ओलों ने भारी फसल क्षति का कारण बना है। यहां कई जगहों पर भारी बारिश की सूचना मिली है. राजस्थान के मौसम विभाग ने राज्य के आठ जिलों में ऑरेंज अलर्ट घोषित किया है.
गुजरात में भी छिटपुट बारिश का अनुमान
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में बादल छाए रहने के बीच बारिश का मौसम देखने को मिल रहा है.तापमान में भी दो से तीन डिग्री की गिरावट आई है.लगातार हो रही बेमौसम बारिश से किसान अब चिंतित हैं. बता दें कि मौसम विभाग ने 29 मार्च से एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावना पहले ही जताई थी. इसके प्रभाव से प्रदेश में जगह-जगह बरसात के हालात देखने को मिल रहे हैं.