लेकिन सिर्फ भोजन के द्वारा विटामिन D को सही मात्रा में प्राप्त करना काफी मुश्किल होता है। इसीलिए विटामिन डी की कमी आजकल काफी आम देखी जा रही है। एक अनुमान के मुताबिक पूरी दुनिया में करीब एक अरब लोग विटामिन डी की कमी से पीड़ित हैं।
विटामिन D की कमी के काफी सारे कारण हो सकते हैं जैसे कि गहरे रंग की त्वचा, बुढ़ापा, मोटापा, खाने में मछली या डेयरी प्रोडक्ट का सेवन ना करना।
ऐसी जगह पर रहना जहां पर सूरज की धूप काफी कम मिलती हो हर समय घर से बाहर निकलते समय संसक्रीम का इस्तेमाल करना। ज्यादा समय घर के अंदर ही रहना।
बहुत से लोगों को तो यह पता ही नहीं होता कि उन्हें विटामिन D की कमी है। क्योंकि इसके लक्ष्य को पहचानना काफी मुश्किल होता है। आज की इस पोस्ट में मैं आपको विटामिन डी की कमी के 8 लक्षणों के बारे में बताऊंगी।
बार-बार बीमार पड़ना या फिर बार-बार इन्फेक्शन का होना
विटामिन डी का सबसे महत्वपूर्ण काम यही होता है कि आपकी प्रतिरक्षा प्राणी को मजबूत करता है। ताकि आपका शरीर बाहर से आने वाले बैक्टीरिया तथा वायरस का डटकर मुकाबला कर सके। अगर आप बार-बार बीमार पड़ते हैं खास करके अगर आपको बार-बार कोल्ड होता है या फ्लू होता है तो फिर ये विटामिन डी की कमी के कारण भी हो सकता है।
थकान
थकान होने के बहुत से कारण हो सकते हैं विटामिन डी की कमी भी इसका एक बड़ा कारण हो सकता है। इस लक्षण को हमेशा से अनदेखा किया जाता है विटामिन डी का सप्लीमेंट लेने से एनर्जी लेवल में काफी सुधार होता है।
हड्डी और पीठ में दर्द का होना
विटामिन D बहुत से तरीकों के द्वारा हड्डियों की सेहत को बनाए रखने में बहुत ही सहायता करता है। जैसे कि शरीर के द्वारा कैल्शियम के अवशोषण को बेहतर बनाता है। हड्डियों में दर्द होना जैसे की टांगों की हड्डियों में दर्द का होना, पसलियों में दर्द होना और जोड़ों में दर्द का होना और पेट के निचले हिस्से में भी दर्द का होना। विटामिन डी की कमी का ही एक संकेत हो सकता है।
डिप्रेशन
यानी तनाव होना अगर आपका मन उदास रहता है। तो ये विटामिन डी की कमी के कारण भी हो सकता है। बहुत सारे अध्ययन में यह पता लगाया गया है कि विटामिन D का सप्लीमेंट खाने के बाद डिप्रेशन में सुधार होता है।चार सवालों के जबाब देकर जीते हजारो रूपये Click Here , यहाँ क्लिक करे