रायपुर : करबला तालाब का वजूद मिटाने की साजिश बर्दाश्त नहीं : असगर अली

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रायपुर , 6 मार्च (हि.स.)। छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के उपाध्यक्ष असगर अली ने रविवार की देर शाम को एक विज्ञप्ति जारी कर कहा कि रायपुर के 2 सौ साल पुराने करबला तालाब को भी बूढ़ातालाब की तरह बुरी नजर लग गई है। सौंदर्यीकरण के नाम पर रायपुर की ऐतिहासिक विरासतों को खुर्द-बुर्द किया जा रहा है। अब करबला तालाब का वजूद खत्म करने की साजिश को अंजाम दिया जा रहा है।

उन्होंने अपने बयान में कहा है कि किसी भी तालाब का सौंदर्य उसकी साफ- सफाई और आसपास की जमीन पर इससे जुड़े स्वरूप के मुताबिक विकास से बढ़ता है न कि मलबा पाट कर वॉटर एरिया कम करने से। सीधी सी बात है कि करबला तालाब के एक तिहाई से ज्यादा क्षेत्रफल में मलबा इसलिए पाटा गया है कि वॉटर एरिया धीरे धीरे कम होता जाए और कुछ समय बाद करबला तालाब मैदान में तब्दील हो जाये।

भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष असगर अली ने कहा है कि करबला तालाब हड़पने की सुनियोजित साजिश है। एजुकेशन हब में चौपाटी और शहर भर में बेजा कब्जेदारी की संरक्षक सरकार और उसकी नगर निगम स्मार्ट सिटी के फंड का दुरुपयोग तो कर ही रही है अब सीएसआर की रकम से सौंदर्यीकरण की आड़ में करबला तालाब छीना जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट और नेशनल ग्रीन ट्रिव्यूनल के निर्देश रायपुर नगर निगम क्षेत्र में दरकिनार कर तालाब को पाटा जा रहा है।

असगर अली ने बताया कि दो सदी पहले जब यूपी में महामारी फैली थी, तब वहां ताजिया रखने वाले परिवार यहां बस गए और तब से रायपुर में करबला तालाब में ताजिया ठंडे होते हैं। अल्पसंख्यक समुदाय के स्वघोषित मसीहा बनने वाले लोग करबला तालाब को पी जाना चाहते हैं।

भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष असगर अली ने कहा कि रायपुर नगर निगम की नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने शिकायत मिलने पर मौके पर जाकर देखा तो हकीकत उजागर हो गई कि करबला तालाब बदनीयती का शिकार हो गया है। समय रहते नगर निगम कमिश्नर एमडी स्मार्ट सिटी को खबर की गई है। भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा ने उम्मीद जताई है कि वे फौरन इस साजिश को नाकाम कर मलबा हटाने और तालाब से छेड़छाड़ न करने का आदेश जारी करेंगे। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक धरोहरों को भ्रष्टाचार की भेंट नहीं चढ़ने देंगे।

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