भारत में आजकल परंपरागत खेती छोड़कर किसान अलग तरह की खेती करने पर ध्यान देने लगी है. किसान आजकल विदेशी पौधे उगाने लगे हैं जिसमे फल फूल आदि शामिल है. शरद ऋतु आ चुका है ऐसे में किसान बारहमासी जरबेरा के फूल भी उगाना चाहते हैं.
बता दे कि जरबेरा बारहमासी पौधा है. इसके फूल पीले नारंगी सफेद गुलाबी लाल कई रंगों के होते हैं साथ ही साथ इस के डंडे भी काफी हरे रंग के होते हैं. त्योहारी सीजन से लेकर शादी ब्याह के मौसम में भी इसकी खूब मांग देखने को मिलती है.
जरबेरा के फूलों की खेती करके आप चमका सकते हैं अपनी किस्मत,विदेशों तक होती है इसकी मांग,जाने Details
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यह एक आयुर्वेदिक पौधा है इसलिए इसका उपयोग आयुर्वेदिक औषधि बनाने में की जाती है. आयुर्वेदिक औषधि बनाने के लिए की मांग होती है यही वजह है कि जरबेरा काफी महंगा बिकता है.
जरबेरा की खेती के लिए इन बातों का रखें ध्यान –
जरबेरा के लिए आपको ठंड में धूप और गर्मी में हल्की छाया की जरूरत होती है. आपको बता दें कि अधिक सर्दी की धूप में उत्पादन बहुत कम होता है इसलिए अधिकतम दिन का तापमान इसके लिए 20 से 25 डिग्री सेल्सियस होना चाहिए.
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बात करनी थी कि करें तो जरबेरा की खेती के लिए हर तरह की मिट्टी में इसकी खेती हो सकती है. लेकिन सबसे अच्छी खेती के लिए रेतीली भुरभुरी मिट्टी होती है.
आपको बता दें कि इसकी खेती करते समय आपको तीन बार गाड़ी जुताई करनी पड़ेगी नहीं तो आप पौधा अच्छी तरह से नहीं होगा पाएंगे. यह बाजारों में काफी अच्छे रेट पर मिट जाता है साथ ही साथ इसके मांग विदेशों में भी आजकल होने लगी है.