Health Tips: मौजूदा समय में लाइफस्टाइल की वजह से कई बीमारियां लोगों को घेर लेती हैं. आजकल घर के खाने की जगह बाहर के खाने का चलन बढ़ता जा रहा है। विशेष रूप से सप्ताह के अंत में, आमतौर पर हर कोई बाहर खाता है। इसके चलते व्यक्ति असंतुलित भोजन और अधिक कैलोरी वाले भोजन का सेवन करता है। इसका दुष्परिणाम यह हो रहा है कि लोगों में मोटापा, कब्ज, रक्तचाप, हृदय संबंधी समस्याएं जैसे स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ती जा रही हैं।
डायटीशियन एंड न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. संगीता मालू के अनुसार खाने-पीने की आदतों और पदार्थों में कुछ बातों का ध्यान रखा जाए तो कई समस्याओं से बचा जा सकता है। खाना खाने से पहले इस बात का ध्यान रखें कि उसमें कैलोरी और वसा की मात्रा अधिक न हो। केक, पेस्ट्री, क्रीम रोल और अन्य वसायुक्त खाद्य पदार्थ कम मात्रा में खाएं। इसके विपरीत हरी पत्तेदार सब्जियां, मौसमी सब्जियां, सलाद, फल, अंकुरित अनाज का अधिक सेवन करें।
इन बातों का रखें ध्यान
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- आहार में साबुत अनाज, दाल सहित दालें, चोकर का आटा, मिस्सी रोटी, मोटे आटे की रोटी भी शामिल करनी चाहिए।
- आहार में 40 से 50 ग्राम फाइबर होने से कोलेस्ट्रॉल के स्तर, मोटापा और कब्ज को कम करने में मदद मिलती है।
- प्रोटीन सेहत के लिए जरूरी होता है लेकिन कई बार लोग प्रोटीन लेने के चक्कर में ज्यादा फैट का सेवन कर लेते हैं।
- अगर कोलेस्ट्रॉल ज्यादा है तो मलाई निकाला हुआ दूध, अंडे का सफेद भाग, उबला हुआ चिकन ही खाएं।
दिल के मरीज रखें इन बातों का ध्यान
हृदय रोगियों को उच्च वसा वाले खाद्य पदार्थों का सेवन पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए। इसमें तेल और घी से परहेज करें।
सैचुरेटेड तेल हृदय रोगियों के लिए तो और भी हानिकारक है।
सैचुरेटेड फैट सामान्य स्थिति में भी शरीर को बहुत नुकसान पहुंचाता है।
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