नई दिल्ली, चेत माह 2023: हिंदू पंचांग के अनुसार चेत माह से नए साल की शुरुआत होती है। इसलिए इसे नववर्ष का पहला महीना माना जाता है। हिंदू धर्म में चेत मास का विशेष महत्व है। क्योंकि इसी माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को भगवान ब्रह्मा ने सृष्टि की रचना शुरू की थी। चेत मास में धार्मिक कार्य, पूजा-पाठ करना शुभ माना जाता है। जानिए कब से शुरू हो रहा है चेत मास और इस महीने का क्या है महत्व और व्रत-त्योहार।
चेत मास 2023 कब से प्रारंभ हो रहा है?
हिन्दू पंचांग के अनुसार चेत मास की शुरुआत 8 मार्च 2023 दिन बुधवार से हो रही है, जिसका समापन 6 अप्रैल, शुक्रवार को होगा। इस महीने की शुरुआत गणगौर व्रत से हो रही है। इसके अलावा रंग पंचमी, शीतला सप्तमी, पापमोचनी एकादशी, भूमावती अमावस्या, झूलेलाल जयंती, मत्स्य जयंती, गुड़ी पड़वा, राम नवमी, चेत नराते, कामदा एकादशी जैसे प्रमुख व्रत पर्व मनाए जा रहे हैं।
क्यों कहते हैं चेत मास?
पंचांग के अनुसार अमावस्या के बाद जब चंद्रमा मेष और अश्विनी नक्षत्रों में प्रकट होता है तो वह प्रतिदिन एक कॉल से बढ़ता है और 15वें दिन चित्रा नक्षत्र में समाप्त होता है। अत: चित्रा नक्षत्र के कारण इसे चैत्र मास कहा जाता है।
चेत मास का महत्व
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, चैत्र मास की प्रतिपदा तिथि को भगवान विष्णु के दशावतारों के पहले अवतार ने मछली का रूप धारण किया और पानी से घिरे मनु को सुरक्षित स्थान पर ले आए। इसके बाद नई दुनिया का प्रसारण हुआ। इसके साथ ही चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से भगवान ब्रह्मा ने सृष्टि की रचना प्रारंभ की।
चेत मास 2023 व्रत पर्व
8 मार्च 2023 बुधवार- होली, इष्ट, धुलेंडी
09 मार्च 2023 गुरुवार- भाई दूज, भर्त्री द्वितीया
11 मार्च 2023 शनिवार- भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी
12 मार्च 2023 रविवार- रंग पंचमी
14 मार्च 2023 मंगलवार- शीतला सप्तमी
15 मार्च 2023 बुधवार- शीतला अष्टमी, बासौदा, मीन संक्रांति
18 मार्च 2023 शनिवार- पापमोचिनी एकादशी
19 मार्च 2023 रविवार- प्रदोष व्रत
21 मार्च 2023 मंगलवार- चैत्र अमावस्या, दर्श अमावस्या,
22 मार्च 2023 बुधवार- युगादि, गुड़ी पड़वा, चैत्र नवरात्रि, चंद्र दर्शन, इष्टी
24 मार्च 2023 शुक्रवार- मत्स्य जयंती, गौरी पूजा, गणगौर
25 मार्च 2023 शनिवार- लक्ष्मी पंचमी
27 मार्च 2023 सोमवार- यमुना छठ
30 मार्च 2023 गुरुवार- राम नवमी, स्वामीनारायण जयंती
03 अप्रैल 2023 सोमवार- प्रदोष व्रत
05 अप्रैल 2023 बुधवार – शोध
06 अप्रैल 2023 गुरुवार- हनुमान जयंती, चैत्र पूर्णिमा, इष्टी