कर्नाटक विधानसा के हॉल में विनायक दामोदर सावरकर की तस्वीर लगाए जाने के बाद एक नया विवाद खड़ा होता नजर आ रहा है. इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस ने कहा कि सरकार को सभी को विश्वास में लेना चाहिए था. सूत्रों ने कहा कि कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी ने सोमवार, 19 दिसंबर को सुबह 10.30 बजे आधिकारिक तौर पर तस्वीर का अनावरण करने का फैसला किया है.
फिलहाल फोटो को सफेद कपड़े से ढक दिया गया है. अध्यक्ष के आसन के बायीं ओर सावरकर की तस्वीर है. वहीं भारतीय जनता पार्टी की नेता मालविका अविनाश ने कहा कि सावरकर एक आदर्श और स्वतंत्रता सेनानी हैं जिन्हें देश को याद रखना चाहिए. उन्होंने यह भी दावा किया कि कांग्रेस हालिया घटनाक्रम से डरी हुई है.
रिपब्लिक वर्ल्ड के मुताबिक मालविका ने कहा, उनका झूठ पकड़ा गया है और वे डरे हुए हैं. पंडित नेहरू से ही, सावरकर को नजरअंदाज कर दिया गया है. उन्हें कांग्रेस पार्टी द्वारा भी नजरअंदाज और बदनाम किया गया है. वह एक आदर्श और स्वतंत्रता सेनानी हैं जिन्हें राष्ट्र को याद रखना चाहिए. सावरकर एक समाज सुधारक हैं. कांग्रेस डरी हुई है, लेकिन वह सरकार को वह करने से नहीं रोकेगी जो उसने योजना बनाई है.
सिद्धरमैया बोले सावरकर विवादास्पद शख्सियत
इस बीच कर्नाकर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा कि सावरकर एक विवादास्पद शख्सियत थे. कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी ने हालांकि इस सवाल पर चुप्पी साध ली कि क्या विधानसभा में सावरकर की तस्वीर लगाई जाएगी.
उन्होंने कहा, सोमवार को दुनिया को इस बारे में पता चल जाएगा, इसलिए इस पर बोलने की जरूरत नहीं है. सिद्धरमैया ने संवाददाताओं से कहा, मेरे पास जानकारी नहीं है, लेकिन लोग बात कर रहे हैं… किसी ने मुझे बताया है. तस्वीर लगाने की कोई आवश्यकता नहीं है. उन्होंने कहा कि अब तक सावरकर की तस्वीर नहीं लगाई गई है तो अब इसकी क्या आवश्यकता है. कांग्रेस नेता ने कहा, उनका (सावरकर) एक विवादास्पद व्यक्तित्व था. जो लोग उनकी तस्वीर चाहते हैं, वे अपनी आत्मा के लिए शांति चाहते हैं…
(भाषा से इनपुट)