PM आवास योजना में लगा भ्रष्टाचारी दीमक, 6.82 करोड़ रुपए की धांधली उजागर; मिलीभगत से अमीरों ने छीना गरीबों का हक-अब होगी रिकवरी

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बरेली (Breailly) में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना में 6.82 करोड़ रुपए का घोटाला सामने आया है. प्रधानमंत्री की सबसे बड़ी महत्वकांक्षी योजना ‘आवास योजना’ है. जिले में इस योजना का जमकर दुरुपयोग किया गया. ग्रामीण आवास योजना में अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से गरीबों का हिस्सा काटकर अमीर लोगों के लिए आवास आवंटन कर दिए गए, जबकि इस योजना में बेसहारों को छत देने का काम सरकार कर रही है. बरेली के 10 ब्लॉकों में अभी तक 6.82 करोड़ रुपए का घोटाला निकलकर सामने आया है. अपात्र लोगों से पैसे की रिकवरी की जाएगी. पैसे वापस न करने पर रिपोर्ट दर्ज की जाएगी.
बता दें, प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत 1.30 लाख रुपये लाभार्थी को मकान बनाने के लिए दिए जाते हैं. इस योजना में बरेली के 525 अपात्र लोगों को मकान बनाने के पैसे दे दिए गए.
दोबारा से हुई जांच तब खुली पोल
जिले में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना में जमकर धांधलीबाजी हुई. जब इस धांधलीबाजी की शिकायत लोगों ने बड़े अफसरों से की, तो मामले की दोबारा से अफसरों ने जांच कराई. पहले चरण की जांच में 5 ब्लॉकों में 400 लोग अपात्र पाए गए. वहीं, दूसरे चरण की जांच में 125 लोग अपात्र पाए गए. लेकिन कुल मिलाकर 525 अपात्र लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दे दिया गया. इस जांच में 28 जिम्मेदार अधिकारियों पर आंच आई है.
सरकारी नौकरी वालों ने भी ले लिया लाभ
योजना में अपात्र लोगों को मकान दे दिए गए. 95 लोग तो ऐसे हैं, जो सरकारी नौकरी करते हैं. जिनके पास दो मंजिला मकान, कार, मोटरसाइकिल है. उन्होंने अधिकारियों से सांठगांठ करके योजना का लाभ ले लिया.
बरेली SDO ने कहा- जांच कर होगी कार्रवाई
आवास योजना के मामले में बरेली के सीडीओ चंद्र मोहन गर्ग ने बताया कि जिन अपात्र लोगों ने योजना का फायदा ले लिया है. उन सब की जांच कराई जा रही है. जांच में दोषी पाए जाने वालों से रकम की रिकवरी की जाएगी. इसके साथ ही उचित कार्रवाई की जाएगी.