Maharashtra: बीएमसी स्कूलों के लिए शैक्षिक सामग्री बांटने में हो रही देरी, बीजेपी विधायक ने की जांच की मांग

स्कूली बच्चों को 27 शैक्षणिक सामग्री बांटने में देरी के लिए बीएमसी प्रशासन को आड़े हाथों लेते हुए भाजपा विधायक नितेश राणे (BJP MLA Nitesh Rane) ने नगर निकाय आयुक्त इकबाल सिंह चहल को पत्र लिखकर मामले की जांच करने को कहा है. भाजपा नेता ने स्कूल बैग के लिए फरवरी में शुरू हुई टेंडर प्रक्रिया पर भी सवाल उठाए और अभी भी समाप्त नहीं हुई है. हर साल बीएमसी स्कूलों (BMC School ) में छात्रों को स्कूल के पहले दिन 27 प्रकार की शैक्षिक सामग्री मिलती है. हालांकि, सामग्री अभी तक स्कूलों में नहीं पहुंची है.
बीजेपी विधायक ने उठाए ये सवाल
एक तरफ, बीएमसी स्कूलों में इस साल 35,000 अतिरिक्त छात्र होने के लिए खुद की प्रशंसा कर रही है.लेकिन, इन बच्चों को स्कूल के पहले दिन सामग्री नहीं मिल रही है जो 2007 से परंपरा बनी हुई है. कोविड 19 महामारी के कारण, स्कूल लगभग दो साल से ऑनलाइन थे और वे अब फिर से शुरू होंगे. लेकिन अभी भी छात्र शैक्षिक सामग्री की प्रतीक्षा कर रहे है.बहुत से ऐसे छात्र हैं जो सामग्री के लिए बीएमसी स्कूलों में शामिल होना चाहते हैं. सामग्री के अभाव में वे कैसे सीखेंगे ? भाजपा विधायक नितेश राणे अपने ख़त के माध्यम से ये सवाल उठाए हैं.
धीमी गति से निविदा प्रक्रिया की ओर इशारा करते हुए, नितेश राणे ने कहा स्कूल बैग के लिए फरवरी में एक टेंडर जारी किया गया था. हालांकि, जून तक केवल एक मंत्री के करीबी ठेकेदार के पक्ष में इस संबंध में स्पष्टीकरण जारी किया गया था. इसने बीएमसी को टेंडर के बारे में 14 स्पष्टीकरण / संशोधन जारी करने के लिए मजबूर किया है और प्रक्रिया में शामिल अधिकारी दबाव और असहाय महसूस करते हैं,
एक ठेकेदार के लिए 20 बार संशोधित हुआ टेंडर, राने का आरोप
उन्होंने बीएमसी की विफलता के बारे में आगे बोलते हुए नितेश राणे ने कहा कि स्पष्टीकरण में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों के तहत एससी और एसटी समुदाय को 20 प्रतिशत काम देने का प्रावधान शामिल है. एक ठेकेदार के लिए निविदा को 20 बार संशोधित की गई थी जिसे काम का 20 प्रतिशत मिलेगा. हालांकि, इससे पूरी प्रक्रिया में देरी हुई और अब ऐसा लग रहा है कि दिवाली के मौसम में बच्चों को बैग मिल जाएंगे. आधा शैक्षणिक वर्ष समाप्त होने पर अगर उन्हें बैग मिल जाए तो क्या फायदा? वे अपनी सामग्री को स्कूल कैसे ले जा रहे हैं?
बीएमसी आयुक्त से की जांच की मांग
भाजपा विधायक ने अपने पत्र में बीएमसी आयुक्त से मामले की जांच कर कार्रवाई करने को कहा है. छात्रों को समय पर स्कूल बैग मिलना जरूरी था. हालांकि, एक ठेकेदार के पक्ष में दबाव बनाने के कारण पूरी प्रक्रिया बाधित हुई है. एक ठेकेदार को ऐसा काम देते समय कुछ नीति होनी चाहिए. उन्होंने पत्र के माध्यम से बीएमसी आयुक्त से मांग की कि आपको मामले की जांच करनी चाहिए.”