जनसंख्या नियंत्रण पर अशोक चौधरी ने की CM की तारीफ, कहा- नीतीश कुमार का मॉडल बेस्ट

बिहार में जातीय जनगणना के साथ जनसंख्या नियंत्रण काननू (Population control law) लाने की भारतीय जनता पार्टी की मांग पर जनता दल यूनाइटेड लगातार प्रतिक्रिया दे रही है. सीएम नीतीश कुमार ने कहा है कि बिहार में इस कानून की जरुरत नहीं है. सीएम के इस बयान के बाद भी जेडीयू के नेता लगातार जनसंख्या नियंत्रण काननू पर बयान दे रहे हैं. मंगलवार को जहां जेडीयू के प्रदेश प्रवक्ता नीरज कुमार ने जनसंख्या नियंत्रण के लिए नीतीश कुमार के मॉडल को बेस्ट बताया तो वहीं अब नीतीश सरकार के मंत्री और जेडीयू नेता अशोक चौधरी ने भी नीतीश कुमार के मॉडल की तारीफ की है.
अशोक चौधरी ने ट्वीट किया है-शिक्षा के विकास और जनजागरण से जनसंख्या नियंत्रित हो सकती है. बिहार में जनसंख्या नियंत्रण पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का मॉडल सर्वश्रेष्ठ है. राज्य में यह सफल रहा है. जिसका नतीजा है कि प्रदेश में प्रजनन दर, राष्ट्रीय औसत से भी कम है.
बीजेपी कर रही जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग
शिक्षा के विकास और जनजागरण से जनसंख्या नियंत्रित हो सकती है।
बिहार में जनसंख्या नियंत्रण पर माननीय मुख्यमंत्री श्री @NitishKumar जी का मॉडल सर्वश्रेष्ठ है। राज्य में यह सफल रहा है। जिसका नतीजा है कि प्रदेश में प्रजनन दर, राष्ट्रीय औसत से भी कम है।@Jduonline #Populationcontrol pic.twitter.com/YbAlz3VEgQ
— Dr. Ashok Choudhary (@AshokChoudhaary) June 15, 2022
बीजेपी लगातार बिहार में जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग करती रही है. बीजेपी कोटे से नीतीश सरकार के मंत्री नीरज कुमार बबलू ने जातीय जनगणना के साथ बिहार में जनसंख्या नियंत्रण बनाने की भी मांग की है. नीरज कुमार बबलू ने कहा कि बिहार में लगातार जनसंख्या विस्फोट हो रहा है. इसके बाद बिहार में तेजी से हो रहा विकास भी कम पड़ने लगा है. चार लेन छह लेन की सड़कें लगातार बन रही है लेकिन जनसंख्या वृद्दि की वजह से संसाधन कम पड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि बिहार में जमीन कम हैं और लोग बढ़ते जा रहे हैं. इसलिए यहां जनसंख्या नियंत्रण कानून बनना जरूरी है
जनसंख्या नियंत्रण कानून को CM की ना
बीजेपी की इस माग को सीएम नीतीश कुमार ने ठुकरा दिया है. उन्होंने कहा कि सभी चीज का सिर्फ कानून और नियम बना देने से हल नहीं निकलता है. सीएम ने कहा कि काम ऐसा होनाा चाहिए की लोगों का स्वभाव ही उस तरह का बन जाए. जनसंख्या नियंत्रण को भी ध्यान में रखते हुए हमलोगों ने लड़कियों की उच्च शिक्षा पर विशेष जोर दिया है, जिसके अच्छे परिणाम आए हैं. सीएम ने कहा कि लड़कियां पढ़-लिख लेंगी तो स्वत: बदलाव हो जाएगा.