घूर-घूरकर देखते हैं, नहाते समय बनाते हैं वीडियो और कहते हैं प्रमोशन चाहिए तो एक रात साथ गुजार! ऑस्ट्रेलिया के माइनिंग सेक्टर में काम करने वाली महिलाओं की आपबीती

ऑस्ट्रेलिया के माइनिंग सेक्टर से यौन उत्पीड़न (Sexual Harassment Cases) और हमला आम बात है. इस मामले को लेकर एक साल तक जांच चली, जिसमें पता चला कि साइट पर महिला वर्कर्स के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है. उसका पीछा किया जाता है और उसे घूरा जाता है. रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि फ्लाई-इन, फ्लाई-आउट कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार की घटना ज्यादा होती है. इस वजह से उन्हें रिमोट माइनिंग साइट (Australia Mining Sector) पर रहकर हफ्तों तक काम करना पड़ता है. इस मामले को लेकर एक महिला ने संसदीय जांच में बताया कि एक माइनिंग साइट से अपने घर लौटते समय वह बेहोश हो गई थी. उन्होंने कहा, ‘जब मुझे होश आया तो देखा मेरी जींस और अंडरगारमेंट मेरी टखनों के आसपास थे. मैं बीमार, शर्मिंदा, अपमानित महसूस कर रही थी.
महिलाओं ने सुनाई आपबीती
वहीं, एक और महिला ने बताया कि उसे एक को-वर्कर द्वारा लगातार पीछा किया जा रहा था. कुछ दिन बाद इससे तंग आकर वह पूरी तरह मानसिक और शारीरिक रूप से टूट गई थी. इसके अलावा और भी कई महिलाओं ने अपनी आपबीती सुनाई. कुछ महिलाओं ने कहा नहाते समय उनका वीडियो बनाया गया. तस्वीर ली गई. गलत मैसेज भेजा गया. इसके अलावा कुछ महिलाओं ने कहा कि करियर में आगे बढ़ने के लिए सेक्स करने के लिए कहा गया.
21 महिला वर्कर्स के साथ यौन उत्पीड़न के प्रमाण मिले
रिपोर्ट की जांच करने वाले अध्यक्ष लिब्बी मेट्टम ने कहा, ‘यह महत्वपूर्ण है कि संसद, सरकार और जनता को उनके काम के दौरान महिलाओं के साथ होने वाली भयावह हिंसा और दुर्व्यवहार की भयावहता के बारे में पता चले.’ बता दें कि रिपोर्ट में फरवरी में जारी किया गया है. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि 21 महिला वर्कर्स के साथ यौन उत्पीड़न के प्रमाण मिले हैं. उधर, ऑस्ट्रेलिया की खनिज परिषद के शक्तिशाली उद्योग लॉबी समूह ने रिपोर्ट का जवाब देते हुए कहा कि माइनिंग सेक्टर ने पिछले दो साल में पर्याप्त प्रगति की है लेकिन अभी एक लंबा रास्ता तय करना है.