किसी को जबरन लगा रहे थे इंजेक्शन तो कोई एक किलोमीटर तक जान बचाकर भागा- शिंदे के चंगुल से निकले विधायकों की जुबानी अपहरण की Full कहानी

महाराष्ट्र की सियासत में गुरुवार दोपहर ढ़ाई बजे शिवसैनिकों की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद भूचाल आ गया. मौके पर मौजूद शिवसेना विधायक नितिन देशमुख ने एकनाथ शिंदे पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि हमें गुलाम बनाने की कोशिश हो रही है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार को गिराने की साजिश बीजेपी ने रची है. इन लोगों ने कई बार सरकार गिराने की कोशिश की है. हमें सिर्फ गाडी में बैठने को कहा गया और उसमे बैठाकर हमें ले गए. गुजरात की तरफ. जब कार में बैठाया गया तब मुझे इस बात का एकदम अंदेशा नहीं था कि ये सभी मिलकर सरकार गिराने की साजिश रच रहे हैं. मुझे जबरदस्ती कार में बैठाकर ले गए. पालघर के आसपास मुझे शक हुआ. प्रदेश में ऐसा पुलिस का इंतजाम कहीं नहीं देखा.
नितिन देशमुख ने आगे कहा कि जब हम निकले तो करीब 150 पुलिसवाले मेरे पीछे थे. सूरत के फाइव स्टार होटल में जबरदस्त व्यवस्था थी. ऐसी व्यवस्था मैंने कहीं नहीं देखी. मैं बिल्कुल ठीक था पर मुझे अस्पताल ले जाया गया. पूरी तरह से जबरदस्ती करके. वहां पहुंचकर मैंने कोई भी उपचार लेने से मना कर दिया था. मुझे वहां का माहौल देखकर थोडा संशय हुआ. अस्पताल में मुझे करीब बारह लोगों ने पकडा हुआ था. मैं पूरी तरह से ठीक था पर अस्पताल में डॉक्टर ने कहा कि आपको हार्ट अटैक आया.
उन्होंने कहा, मुझे बीस लोगों ने पकड़कर इंजेक्शन लगाया. जैसे मैंने वहां से भागने का मौका पाया मैं वहां से निकल गया. वहां भारी संख्या में पुलिसवाले मौजूद थे, जो मुझ पर निगरानी रख रहे थे. मेरी तरह कई विधायक वहां से भागना चाहते हैं, पर वो मजबूरी के चलते वहां से निकल नहीं पा रहे हैं.
मौके पर मौजूद एक अन्य विधायक कैलाश पाटिल ने कहा कि मैं करीब एक किलोमीटर तक भागा तक जाकर उनके चंगुल से छूटा. मुझे सूरत में कैद करके रखा गया है. आईपीएस अफसर जो मौके पर मौजूद थे वो पूरी तरह बीजेपी के गुलाम की तरह वहां बर्ताव कर रहे थे.